किशन भरवाड की हत्या के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए गुजरात के छोटा उदयपुर के मंदिर में इकट्ठा हुए लोगों पर भी मुस्लिम भीड़ द्वारा हमला किया गया। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार रात कुछ हिंदू लोग रामजी मंदिर में एकत्रित हुए थे, जहाँ मुस्लिम भीड़ ने हथियारों के साथ उन्हें घेरा और फिर उनसे मारपीट की।
राजू राथवा द्वारा दायर की गई शिकायत के अनुसार, किसी अनस मकरानी ने उनके पीछे उन्हें लोहे की रॉड से मारा। इसी तरह मनियार जीशान ने कथिततौर पर राहुल नाम के लड़के के सिर पर लोहे के पाइप से प्रहार किया। इनके बाद स्मित सिंह चौहान के साथ भी मारपीट की घटना भी सामने आई है।
छोटा उदयपुर में नाबालिगों पर ईशनिंदा का आरोप
बता दें कि किशन की हत्या के बाद छोटा उदयपुर में कुछ अन्य युवकों पर भी एक ऐसा पोस्ट शेयर करने का आरोप लगा था जिससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएँ आहत हों। हालाँकि, पुलिस में शिकायत के बाद ये पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दिए गए। बावजूद इसके मुस्लिम युवकों ने हमला किया।
इस संबंध में दोनों समूहों के ऊपर केस दर्ज कर लिया गया है और कुछ गिरफ्तारी भी हुई हैं। पुलिस ने हर किसी को निर्देश दिए हैं कि कोई किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत न करे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दो नाबालिग लड़कों ने व्हॉट्सएप पर पोस्ट शेयर किया था, जिसे देख मुस्लिम युवक भड़क गए और दावा किया गया कि उस पोस्ट से उनकी धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं।
इसके बाद हिंदू लड़कों से उस पोस्ट को डिलीट करने को कहा गया लेकिन फिर भी रविवार को मामला बढ़ गया और जब किशन को श्रद्धांजलि देने के लिए हिंदू मंदिर में इकट्ठा हुए तो मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया। इस दौरान उनके पास लोहे की रॉड जैसे हथियार थे। दोनों पक्षों में हुए विवाद मामले में कुल 40 लोगों केस विरुद्ध के दर्ज हुआ है। इनमें 7 को हिरासत में ले लिया गया है।
किशन भरवाड की हत्या
गौरतलब है कि 25 जनवरी 2022 को इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा 27 वर्षीय किशन भरवाड की हत्या कर दी गई थी। कट्टरपंथियों का आरोप था कि किशन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया था जिसमें पैगंबर मुहम्मद की तस्वीर दिखाई गई थी। इस्लाम के अनुसार, पैगंबर की तस्वीर दिखाना ईशनिंदा है। मामले की जाँच के बाद पुलिस ने हाल में इस हत्या केस में मौलाना को गिरफ्तार किया है। ये भी पता चला है कि किशन की हत्या एक बड़ी साजिश थी।