आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दशहरा उत्सव के दौरान हिंदू भक्त कनक दुर्गा मंदिर में लगाई गई LED स्क्रीन पर ईसाई उपदेश का वीडियो देखकर भड़क गए। दरअसल, हजारों हिंदू भक्त दशहरा उत्सव देखने के लिए आयोजन स्थल पर आए थे, लेकिन LED स्क्रीन पर नवरात्रि के पहले दिन ईसाई धर्म प्रचारक को देखकर आक्रोशित हो गए। उन्होंने स्क्रीन पर पथराव उसे तोड़ दिया।
Deliberate campaigning of christianity on LED screen at Kanaka Durga Temple, Vijayawada during Navaratri festival. pic.twitter.com/D1krousukV
— venkata ramanayya (@ram_ov) October 8, 2021
भाजपा प्रवक्ता एसजी सूर्या ने ट्वीट किया कि गुस्साए भक्तों ने एलईडी स्क्रीन को तोड़ दिया है। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग भी की है। उन्होंने लिखा, ”विजयवाड़ा के कनक दुर्गा मंदिर में लगाई गई एलईडी स्क्रीन पर नवरात्रि पर्व के लाइव टेलीकास्ट के दौरान ईसाई उपदेशक को स्क्रीन पर दिखाने से नाराज हिंदुओं ने पथराव कर एलईडी को तोड़ दिया।”
Christian Evangelism telecasted on LED screen installed at Kanaka Durga Temple, Vijayawada to live telecast the #Navaratri rituals of the temple. Enraged by this, the Hindus pelted stones & smashed the screen. Handiwork of a local cable operator who got the contract it seems. pic.twitter.com/3ke8vWEKRc
— SG Suryah (@SuryahSG) October 8, 2021
भाजपा प्रवक्ता ने स्थानीय लोगों पर संदेह व्यक्त करते हुए आगे कहा, “यह एक लोकल केबल ऑपरेटर का करतूत लगती है, जिसे यह काम सौंपा गया था।” कथित तौर पर, कनक दुर्गा मंदिर के अधिकारियों ने हर साल की तरह इस बार भी एक स्थानीय केबल ऑपरेटर को मंदिर परिसर की दीवारों पर लगी एलईडी स्क्रीन पर दशहरा समारोह दिखाने के लिए कॉन्ट्रेक्ट दिया था।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। जिला कलेक्टर जे निवास ने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। इस मामले में लापरवाही की गई।” उन्होंने कहा, ”हम इसकी जाँच कर रहे हैं। मामला आईपीसी की धारा 295 (1ए) के तहत दर्ज कर लिया गया है। जाँच के दौरान इसमें बदलाव किया जा सकता है। जब तक जाँच पूरी नहीं हो जाती, हम यह नहीं कह सकते कि यह साजिश है या फिर कुछ और।”
मंदिर के अधिकारियों ने बताया आकस्मिक घटना
इस बीच, मंदिर के अधिकारियों ने इस घटना को पूरी तरह से ‘आकस्मिक’ बताया है। मंदिर के कार्यकारी अधिकारी डी ब्रमरम्बा ने कहा, “हमें भक्तों और पुलिस से पता चला है कि यह वीडियो कथित तौर पर Philadelphia AG Church के एक उपदेशक का है, जिसे एलईडी स्क्रीन पर चलाया गया था।” Endowments Department (ईओ) ने बताया, “पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि यह पूरी तरह से आकस्मिक था, क्योंकि ऑपरेटर लाइव टेलीकास्ट खत्म होने के बाद स्विच ऑफ करना भूल गया था। यह गलती से चलाया गया था।”
हालाँकि, श्री दुर्गा मल्लेश्वर स्वामी वरला देवस्थानम (SDMSD) ने पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने और पूछताछ के लिए दो व्यक्तियों को हिरासत में लेने के बाद भी घटना की जाँच के आदेश दिए हैं। विजयवाड़ा के पुलिस आयुक्त बथिनी श्रीनिवासुलु ने भी बताया कि स्क्रीन पर गलती से ईसाई उपदेशक का कार्यक्रम चलाया गया था, लेकिन अगर इसे जानबूझ कर चलाया गया है, तो उस शख्स पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, भाजपा नेता विष्णुवर्धन रेड्डी ने इस घटना को Endowments Department के अधिकारियों की ओर से की गई लापरवाही करार दिया है। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी माँग की है।