देश की राजधानी दिल्ली में 2020 में हुए दंगों के दौरान पुलिस के जवान पर बंदूक तानने वाले आरोपित शाहरुख खान उर्फ पठान को हथियार देने वाले शख्स को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान बाबू वसीम (34) के रूप में हुई है। उसी ने 2020 में जाफराबाद में उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान पठान को पिस्टल दी थी। इस दंगे में 53 लोगों की मौत हुई थी और 581 घायल हुए थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के एसीपी अत्तर सिंह के निर्देश पर इंस्पेक्टर शिव कुमार और जितेंद्र मावी के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने बाबू वसीम को गुरुवार 7 अप्रैल को दिल्ली के ताहिरपुर स्थित राजीव गाँधी अस्पताल से सटे एक पार्क के पास से गिरफ्तार किया। जिस वक्त पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार किया था तो उस दौरान उसके पास से 5 जिंदा कारतूसों के साथ .32 की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की गई थी।
मेरठ का रहने वाला है वसीम
शाहरुख खान को पिस्टल देने वाला बाबू वसीम उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के विकासपुरी कालोनी का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि वसीम ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि उसी ने दिल्ली के दंगों से पहले पिस्टल सप्लाई की थी। वो गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार था। 16 मार्च 2021 को उसे एक निचली अदालत ने उन्हें ‘भगोड़ा अपराधी’ घोषित किया था।
बाबू वसीम बीते 10 साल से पश्चिमी उत्तर प्रदेश औऱ दिल्ली के अपराधियों को असलहा और गोला-बारूद की सप्लाई कर रहा था। इस बात को उसने कबूल भी कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस की पूछताछ में वसीम ने माना कि ट्रांस यमुना इलाके में इरफान उर्फ छैनू पहलवान गिरोह के लोगों को गोला-बारूद के साथ असलहे दिए थे।
लंबे समय से उसकी तलाश कर रही दिल्ली पुलिस को इनपुट्स मिले थे कि आरोपित बाबू वसीम दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी यूपी के अन्य आसपास के इलाकों में यमुना पार क्षेत्र में बार-बार आ रहा है। जिसके बाद जाल बिछाकर उसे दबोच लिया गया। वसीन ने ये कबूला है कि बीते ढाई साल में उसने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अपराधियों को 250 से अधिक हथियार मुहैया कराए हैं। गौरतलब है कि बाबू वसीम पर दिल्ली औऱ यूपी में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, शूटआउट, हत्या, हत्या की कोशिश, पुलिस पर हमला, हथियारों की तस्करी समेत कम से कम सात मामले दर्ज हैं।
इससे पहले कोर्ट ने दिसंबर 2021 में शाहरुख खान पर लगे आर्म्स एक्ट के चार्जेस को हटा लिया था।