कोरोना और ऑक्सीजन की कमी से बेहाल दिल्ली में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स की बड़ी कालाबाजारी सामने आई है। दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक खान मार्केट में पुलिस ने कई बड़े रेस्टॉरेंट्स में छापेमारी की। इस छापेमारी में बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर जब्त हुए। यहाँ स्थित ‘खान चाचा रेस्टॉरेंट’ से 96 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर बरामद किए गए। बड़ी संख्या में मेडिकल उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
साउथ दिल्ली पुलिस की छापेमारी में टाउन हॉल रेस्टॉरेंट से भी 9 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर जब्त किए गए। पुलिस ने ‘खान चाचा रेस्टोरेंट’ को सील कर दिया है। रेस्टोरेंट के मालिक नवनीत कालरा की पुलिस को तलाश है। ‘न्यूज़ 18’ की खबर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली पुलिस ने राजधानी के 3 नामी-गिरामी रेस्टोरेंट पर छापेमारी कर के 524 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स जब्त किए हैं। इतनी बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स मिलने से हड़कंप मच गया है।
‘केंद्र दे रहा 700 MT ऑक्सीजन तो दिल्ली में कमी क्यों?’
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी और इससे जुड़े मामले पर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जहाँ दिल्ली के लोग ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स की तलाश में इधर-उधर धक्के खा रहे हैं, अकेले खान मार्केट से 400 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स मिले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स को ब्लैक में तीन से चार गुना अधिक दाम पर बेचा जा रहा है।
तजिंदर बग्गा ने कहा कि आज के समय में ऐसा अपराध करना ‘जघन्य’ की श्रेणी में आता है और इसके लिए फाँसी की सजा भी कम है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार दिल्ली में 700 MT ऑक्सीजन अलॉट कर रही है, लेकिन कई अस्पतालों में फिर भी ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब मुंबई में 200 MT ऑक्सीजन ही दिया जा रहा है, फिर भी वहाँ कोई कमी नहीं है पर दिल्ली में अधिक मिलने पर भी स्थिति ठीक नहीं है।
तजिंदर बग्गा ने पूछा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को दी जा रही ऑक्सीजन कहाँ भेजा जा रही है? उन्होंने सवाल दागा कि कहीं इस ऑक्सीजन को जानबूझ के तो ब्लैक मार्केट में नहीं भेजा जा रहा? नवनीत कालरा के बारे में उन्होंने कहा कि 2020 में जब AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ ली थी, तब ‘खास मेहमानों’ की सूची में नवनीत कालरा का नाम भी था।
‘केजरीवाल के ‘खास’ गेस्ट में शामिल था नवनीत कालरा’
उन्होंने उस समय के एक अखबार की कटिंग भी दिखाई। तजिंदर बग्गा ने कहा कि केजरीवाल ने तब दिल्ली के 50 लोगों को शपथग्रहण समारोह में बुलाने की बात कही थी और उन सबको ‘दिल्ली का निर्माता’ बताया था। बग्गा ने कहा कि शपथग्रहण समारोह में जिन्हें कभी बुलाया गया था, वो आज ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लगे हैं। उन्होंने ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स के बरामद होने पर सीएम केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि ऑक्सीजन जा कहाँ रहे हैं, उसका वो जवाब दें।
बता दें कि 1 दिन पहले ही लोधी कॉलोनी के एक रेस्टोरेंट व बार से 419 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स जब्त किए गए थे। इन्हें 70,000 रुपए प्रति ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर के दाम पर बेचा जा रहा था। उस मामले में हितेश, गौरव, सतीश और विक्रांत नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। SG तुषार मेहता कोर्ट में बता चुके हैं कि दिल्ली सरकार द्वारा माँगे गए 700 MT ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर से 30 MT ज्यादा ही बुधवार को केंद्र ने दिए हैं।
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें लोगों को खान चाचा रेस्टोरेंट के बाहर ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर के लिए खड़े देखा जा सकता है। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल और वॉट्ऐसप ग्रुप से ऑर्डर किए गए थे। एक चैट का स्क्रीनशॉट भी सामने आया था, जिसमें नवनीत कालरा ऑक्सीजन की सप्लाई और डिमांड को लेकर बात कर रहा होता है। ‘Nege & Ju’ से ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स की बरमदगी शुरू हुई थी।
इसका मालिक बी नवनीत कालरा ही है। जाना-माना कारोबारी कालरा दयाल ऑप्टिकल्स और ‘Mr Chow’ जैसे प्रतिष्ठानों का मालिक भी है। अपने फेसबुक हैंडल पर वो सेलेब्रिटीज और क्रिकेटरों के साथ तस्वीरें डालता रहता है। दिल्ली पुलिस को पेट्रोलिंग के दौरान रेस्टॉरेंट खुला नजर आया और अंदर संदिग्ध गतिविधियों का शक हुआ, जिसके बाद तलाशी ली गई। अंदर जाने पर एक व्यक्ति लैपटॉप से ऑर्डर लेता हुआ मिला।
लोधी कॉलोनी मामले में हुई जाँच के बाद पता चला कि ये लोग चीन से ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर व अन्य मेडिकल उपकरण मँगा रहे थे। इन्हें 20-25 हजार रुपए में खरीदते थे और उसे 70-75 हजार रुपए में बेचते थे। दिल्ली पुलिस कस्टम से संपर्क कर के ये जाँच करने में जुटी है कि ये कहीं व्यक्तिगत उपयोग के लिए खरीद कर (जैसा कि सरकार ने अनुमति दी है) कमर्शियल रूप से तो नहीं बेचे जाते थे। मंडी के कुल्लर फार्म के एक वेयरहाउस का भी पता चला, जहाँ ये ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स स्टोर कर के रखे गए थे।