झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में पुलिस ने दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस का डीजे पुलिस ने जब्त कर लिया। पूजा समितियों को डीजे बजाकर जुलूस विसर्जन के लिए नहीं निकालने दिया गया। इसके बाद देवी प्रतिमाओं के जुलूस रात भर सड़क पर खड़े रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में पुलिस ने रविवार (13 अक्टूबर, 2024) को एक दुर्गा पूजा समिति की डीजे वाली गाड़ी को जब्त कर लिया था। पुलिस ने विसर्जन जुलूस में बजाने के लिए ले जाई जाने वाली यह गाड़ी थाने में खड़ी कर ली थी। पुलिस का कहना था कि डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वह कोर्ट-सरकारी आदेश का हवाला दे रही थी।
यह डीजे आदर्श दुर्गा पूजा समिति का था। इसे छोड़ने की दोपहर से माँग चल रही थी। लोगों का कहना था कि यदि पुलिस डीजे नहीं छोड़ती तो दुर्गा पूजा का विसर्जन नहीं होगा। इस पूजा समिति के समर्थन में बाकी समितियाँ भी आ गईं। हालाँकि, पुलिस प्रशासन ने डीजे नहीं छोड़ा।
इसके बाद जब सहमति बनी भी तो फिर बवाल हो गया। कई प्रतिमाओं का जुलूस बाहर निकल आया था, उन्हें रोड पर ही रोक दिया गया और बवाल जारी रहा। मौके पर डीएम और एसपी भी पहुँचे लेकिन कोई बात नहीं बन सकी। आदि शक्ति दुर्गा प्रतिमा को ही केवल रविवार रात को विसर्जित किया जा सका।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बड़ी संख्या में दुर्गा प्रतिमाएँ सोमवार को भी नहीं विसर्जित हो पाईं। पुलिस और प्रशासन का कोई भी कदम काम नहीं आया। दुर्गा पूजा समितियाँ प्रशासन से काफी नाराज हैं। बताया गया कि बाद में डीजे छोड़ने के बाद भी कई प्रतिमाएँ खड़ी ही रहीं।
चक्रधरपुर के अलावा झारखंड के गढ़वा में भी दुर्गा पूजा विसर्जन को लेकर बवाल हुआ। यहाँ मुस्लिमों के एक गुट ने हिन्दुओं को एक रास्ते से जाने रोका। इसके बाद बवाल हो गया। झारखंड के अलावा यूपी के बहराइच और कर्नाटक के बेलगावी में भी दुर्गा पूजा पर पथराव हुआ।