केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर ‘किसानों’ का प्रदर्शन चल रहा है। इसी में शामिल होने के लिए बंगाल से आई 25 वर्षीय युवती के साथ टीकरी बॉर्डर पर गैंगरेप के मामले में नया एँगल सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर 2 महिला आरोपितों समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सभी आरोपित खुद को ‘किसान’ और ‘सोशल आर्मी’ का नेता बताते हैं। सभी के खिलाफ पुलिस ने गैंगरेप के अलावा अपहरण, ब्लैकमेलिंग और बंदी बनाने की धमकी देने के मामले में केस दर्ज किया है। जिन आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें अनूप सिंह चानौत, अनिल मलिक, अंकुर सांगवान, जगदीश सिंह बराड़ के अलावा दो महिला आरोपित कविता आर्य और योगिता सुहाग शामिल हैं। दोनों ही महिला आरोपितों पर युवती की आपबीती को दबाने का आरोप है।
योगिता से पूछताछ में पुलिस को यह मालूम हुआ है कि पीड़िता के साथ हुई घटना के बारे में आंदोलन से जुड़े बहुत से लोगों को पता चल चुका था, मगर इस मामले में कार्रवाई की पहल नहीं की गई। उसने पीड़िता की आपबीती का वीडियो भी बनाया था। 16 मई 2021 की दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, कविता और योगिता से दो-दो बार पुलिस पूछताछ कर चुकी है।
Shameful!
— Know The Nation (@knowthenation) June 12, 2021
See this is happening in the name of #FarmersProtests.#Tikriborder #rakeshtikait #FarmerProtest pic.twitter.com/AOsQyJ1gvo
इस मामले की जाँच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई है। एसएचओ सिटी, सीआईए-2 इंचार्ज और महिला थाने की एसएचओ एसआईटी इसमें शामिल हैं। युवती के पिता का आरोप है कि योगेंद्र यादव को युवती के साथ किसान नेताओं द्वारा ‘गलत काम’ किए जाने की जानकारी थी। योगेंद्र यादव ने स्वीकार किया है कि वो घटना के बारे में पहले से जानते थे।
युवती से रेप मामले में AAP नेता गिरफ्तार
25 वर्षीय युवती से गैंगरेप की वारदात में शामिल आरोपित अनिल मलिक को हाल ही में पुलिस ने हरियाणा के भिवानी से गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम भी है। पूछताछ में मलिक ने कबूल किया था कि उसने रेप का वीडियो बना लिया था और उसी के सहारे पीड़िता को ब्लैकमेल करता था। युवती से ट्रेन में और फिर ‘किसान आंदोलन’ के तम्बू में भी बलात्कार हुआ था।
गैंगरेप के मामले को दबाने के लिए ‘शव यात्रा’
युवती की कोरोना से बीते 30 अप्रैल 2021 को मौत के बाद ‘किसानों’ ने उसे शहीद बताकर उसकी शव यात्रा निकाली थी। उस दौरान कोविड प्रोटोकॉल तक को फॉलो नहीं किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा ने युवती के साथ हुए गैंगरेप के मामले को दबाने के लिए उसकी शव यात्रा निकाली थी।
दैनिक जागरण की 13 मई 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को पीड़िता का मोबाइल मिल चुका है। बताया जा रहा है कि मोबाइल में जो चैट, फोटो, वीडियो और दूसरी चीजें हैं, वे इस मामले में पुलिस के लिए एक पुख्ता सुबूत हैं।