गुजरात के वापी में ईसाई धर्म स्वीकार कर चुके 21 परिवारों ने एक बार फिर से सनातन धर्म में वापसी की है। धर्मपुर और कपराडा तहसील के इन 21 परिवारों ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान घर वापसी की। इन सभी को लालच देकर ईसाई बनाया गया था।
देश गुजरात की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये परिवार लालच में आ गए थे। लेकिन वापी में बापा सीताराम आश्रम के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में इन्होंने एक बार फिर से सनातन धर्म को स्वीकार किया। इसको लेकर वापी के भाजपा विधायक कनुभाई देसाई ने कहा, “विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित हिंदू जागरण मंच के कार्यक्रम में हिंदू समाज और वलसाड जिले से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की गई।”
बीजेपी विधायक ने यह भी कहा कि उन्होंने जागरूकता पैदा करने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून पर भी चर्चा की है।
सफलतापूर्वक घर वापसी करने वाले एक व्यक्ति ने स्वीकार किया है कि दूसरे धार्मिक संगठनों ने उसकी परेशानियों को दूर करने का लालच देकर धर्मान्तरण करवाया था। उसने कहा, “धर्मांतरण किए हुए हमें पाँच साल हो गए थे, लेकिन हमारी मुश्किलें बनी रहीं। हमें नहीं पता था कि कौन सा धर्म अच्छा है या बुरा। हमने लालच के कारण इसे स्वीकार कर लिया था।”
यूपी में तीन युवकों की हिंदू धर्म में वापसी
बेहतर भविष्य का सपना दिखाकर धोखे से धर्म परिवर्तन के शिकार हुए तीन युवाओं की घर वापसी के लिए उत्तर प्रदेश में इसी सप्ताह की शुरुआत में ही हिंदू जागरण मंच ने एक कार्यक्रम आय़ोजित किया था।
हिंदू धर्म में घर वापसी के बाद रोशन लाल ने रोते हुए खुलासा किया कि कैसे उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया था। रोशन लाल के मुताबिक, जिन लोगों ने उन्हें नशीला पदार्थ खिलाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया था, उन्होंने ही धमकी देकर उनकी संपत्ति पर भी कब्जा कर लिया था।
इसी तरह हर्बल दवाओं की एक दुकान के मालिक अरविंद के पास खालिद और नदीम अक्सर आते थे। दोनों ने उसे 10 लाख रुपए औऱ एक खूबसूरत लड़की से उसकी शादी करवाने का लालच देकर धर्मान्तरण करवाया था। अरविंद ने कहा कि जैसा उन दोनों ने कहा उसने वैसा ही किया, लेकिन न तो रुपए मिले और न ही उसकी शादी करवाई गई।
वर्ष 2014 में अमित का भी मुस्लिमों ने ब्रेनवॉश किया था। बहकावे में आकर वह धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गया और अपना नाम अब्दुल रख लिया। लेकिन, अब जब उसने एक बार फिर से हिंदू धर्म स्वीकार किया तो उनके पिता खुश हो गए।
विश्व हिंदू परिषद जबरन धर्मान्तरण कर इस्लाम में परिवर्तित किए गए परिवारों और व्यक्तियों को हिंदू धर्म में वापस लाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।