उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में सरकारी स्कूल के एक प्रिंसिपल पर हिन्दू महिला से रेप के प्रयास का आरोप लगा है। प्रिंसिपल का नाम फिरोजउद्दीन है। पीड़िता विधवा है, जिसे उसी स्कूल में बच्चों की देखभाल की नौकरी मिली हुई है। आरोप है कि प्रिंसिपल पिछले 7 वर्षों से पीड़िता पर गंदी नजर रखे हुए था। महिला की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर के मामले की जाँच शुरू कर दी है। घटना शनिवार (26 नवम्बर 2022) की बताई जा रही है।
मामला मौदहा थानाक्षेत्र के तिंदूही स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है। यहाँ परिचायिका के पद कर काम करने वाली पीड़िता ने पुलिस में शिकायत देते हुए बताया कि वह अपने अध्यापक पति की मृत्यु के बाद ‘मृतक आश्रित कोटे’ में स्कूल में नौकरी करती है। उसकी नियुक्ति 25 अगस्त, 2015 से हुई है। महिला का कहना है कि तैनाती के बाद से ही स्कूल का प्रिंसिपल फ़िरोज़उद्दीन उन पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहा है। शिकायत में यह भी बताया गया है कि पीड़िता ने लोकलाज के डर से उसकी हरकतों की शिकायत नहीं की तो इसका आरोपित ने गलत फायदा उठाया।
महिला ने शिकायत में आगे बताया है कि फ़िरोज़उद्दीन उसके साथ लगातार छेड़खानी कर रहा था, जिसका वो विरोध करती थी। 26 नवम्बर, 2022 को जब वो स्कूल में आने के बाद प्रिंसिपल के कमरे में रखे रजिस्टर पर दस्तखत करने गई, तब प्रिंसिपल ने अंदर से अचानक ही कुण्डी लगा ली। इस दौरान फ़िरोज़उद्दीन पीड़िता से जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश करने लगा। महिला द्वारा इसका विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की गई। जैसे-तैसे पीड़िता खुद को छुड़ा कर कमरे से बाहर निकल पाई।
पीड़िता ने शिकायत में आगे बताया है कि बाहर निकल कर उसने शोर मचाया तो लोग जमा हो गए। इस बीच फ़िरोज़उद्दीन भी बाहर निकल आया। उसके प्रभाव में उसी स्कूल की 3 अन्य महिला स्टाफ ने उसका पक्ष लिया और पीड़िता की पिटाई की। शिकायत में यह भी बताया गया है कि स्कूल में आने वाले मिड डे मील में भी धाँधली की जाती है। कुछ टीचरों के न आने के बावजूद भी उनके हस्ताक्षर होने और उन्हें वेतन दिए जाने की बात भी कही गई है।
महिला ने अपनी शिकायत में फ़िरोज़उद्दीन को काफी दबंग किस्म का बताते हुए अपनी जान को खतरा बताया है। बताया ये भी गया है कि फ़िरोज़उद्दीन के अब्बा पत्रकार हैं, जिनकी धौंस पर वह पीड़िता को ही गलत साबित करने पर तुला हुआ है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
पुलिस ने इस FIR में फ़िरोज़उद्दीन के साथ मारपीट की आरोपित 3 अन्य महिला टीचरों को को भी नामजद किया है। यह केस IPC की धारा 354 (ख), 452 और 323 के तहत लिखा गया है। ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़िता ने बताया कि वो 2 बच्चों की माँ है और ये नौकरी ही उनके साथ दोनों बच्चों का भी सहारा है। उन्होंने हमें आगे बताया कि जिस जगह स्कूल है, वहाँ आबादी में मुस्लिम बहुलता में हैं। महिला का आरोप है कि FIR दर्ज हुए 3 दिन बीत गए, लेकिन अभी तक आरोपित फ़िरोज़उद्दीन की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और वो खुलेआम घूम रहा है। पीड़िता के मुताबिक, उसे केस वापस लेने की धमकी और दबाव भी मिल रहा है।
पीड़िता ने हमें बताया कि वो फ़िरोज़उद्दीन की प्रताड़ना के चलते कहीं और ट्रांसफर करवाना चाह रही थी, लेकिन आरोपित ने अपने प्रभाव से ये भी नहीं होने दिया। इसी के साथ प्रिंसिपल के अब्बा पर यह भी आरोप है कि उसने पीड़िता के भाई को भी फोन पर धमकाया और केस वापस लेने का दबाव बनाया। महिला का कहना है कि शिक्षा विभाग ने भी अभी तक उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
स्कूल में करता है योगी-मोदी विरोध बातें
पीड़िता का आरोप है कि फ़िरोज़उद्दीन स्कूल में अक्सर योगी और मोदी के खिलाफ लोगों से बातें किया करता है। महिला ने हमें बताया कि फ़िरोज़ लोगों को स्कूल परिसर में भी अक्सर यह बताते सुना जा सकता है कि भाजपा सरकार EVM में गड़बड़ी कर के बनी है।