उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में प्रेम विवाह करने वाले शौहर अरबाज ने अवैध संबंधों के शक में बीवी चाहत को मौत के घाट उतार दिया। उसने चाहत का गला काट दिया और हाथ के पंजों को भी। अरबाज ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बीवी के शव को नदी में ठिकाने लगा दिया और फरार हो गया। वहीं, देहरादून में हसीन नाम के युवक ने तलाकशुदा प्रेमिका रेशमा और उसकी 2 बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया। शव को कूड़े के ढेर में फेंक दिया। रेशमा और एक बेटी का शव तीसरे दिन बरामद हुआ, तो 18 घंटों के बाद दूसरी बेटी का शव भी कूड़े के ढेर से ही बरामद हुआ। दोनों ही मामलों में हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हैरानी की बात है कि दोनों ही हत्याएँ प्रेम प्रसंग से जुड़ी हैं और वीभत्सता की सारी हदें तोड़ दी गई हैं।
देहरादून में ट्रिपल मर्डर, माँ और 2 बेटियों को मौत के घाट उतारा
देहरादून में शिमला बाईपास स्थित बड़ोवाला में कूड़े के ढेर में पड़े मिले महिला और दो बच्चियों के शव मिलने के मामले का खुलासा हो गया है। उनकी हत्या महिला के प्रेमी ने ही की थी। देहरादून में गद्दा फैक्ट्री में काम करने वाले और बिजनौर जिले के निवासी हसीन ने ही अपनी तलाकशुदा प्रेमिका रेशमा और उसकी 2 बेटियों की हत्या की थी। बताया जा रहा है कि रेशमा की बड़ी बेटी 15 साल की थी, जबकि दूसरी 8 माह की थी और वो इसी हसीन से पैदा हुई थी। हसीन के मुताबिक, रेशमा के खर्चे काफी बढ़ गए थे और वो उससे निकाह की जिद कर रही थी, जिसकी वजह से उनकी हत्या कर दी। हसीन ने तीनों की हत्या गद्दा फैक्ट्री में ही की, फिर शवों को कूड़े के ढेर में फेंक आया था, जो तीन दिनों बाद सड़ी-गली हालत में मिला था। माँ और एक बेटी के शव मिलने के 18 घंटे बाद दूसरी बेटी का शव वहीं कूड़े के ढेर से बरामद हुआ।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपित हसीन निवासी फरीदपुर, नहटौर, जिला-बिजनौर (उत्तर प्रदेश) को संदेह के आधार पर बुधवार देर रात हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम बयाँ कर दिया। एसएसपी ने बताया कि नहटौर निवासी रेशमा तलाकशुदा थी। उसके दो साल से आरोपित हसीन के साथ प्रेम-सबंध थे। तलाक के बाद रेशमा के साथ उसकी 15 वर्षीय बेटी रह रही थी। आठ महीने पहले रेशमा ने एक और बेटी को जन्म दिया।
रेशमा का दावा था कि हसीन से प्रेम संबंध के कारण यह बेटी हुई है। रेशमा लगातार हसीन पर शादी का दबाव बना रही थी। साथ ही वह बेटी के पालन-पोषण का खर्चा भी हसीन से माँग रही थी। मैसेज कर पुलिस से शिकायत की धमकी दे रही थी। जिससे तंग आकर उसने रेशमा व उसकी दोनों बेटियों की हत्या का षड्यंत्र रचा और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। तीनों शवों को फैक्ट्री के पीछे नाले में कूड़े के ढेर में छिपा दिया। पुलिस ने आरोपित हसीन के विरुद्ध हत्या व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
मुजफ्फरनगर में बीवी की गला रेतकर हत्या, शव को नदी में फेंका
यूपी के मुजफ्फरनगर में अरबाज ने अपने साथी के साथ मिलकर अवैध संबंधों के शक बीवी चाहत की गला और हाथ के पंजे काटकर निर्मम हत्या कर दी, फिर शव को बोरे में भरकर नदी में फेंक दिया। इस घटना के कुछ दिन बाद अरबाज फिर से नदी के पास पहुँच गया और चाहत के शव को पानी के बहाव में फेंकने लगा। तभी पुलिस को इसकी भनक लग गई और शौहर को नियाजीपुरा गाँव में स्थित काली नदी में शव को बहाने के दौरान गिरफ्तार किया।
अरबाज ने पूछताछ में बताया कि 8 महीने पहले उसने उत्तराखंड की 21 वर्षीय चाहत के साथ प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद अरबाज अपनी बीवी चाहत को घर वालों से छुपा कर किराए के मकान में रह रहा था, लेकिन अरबाज का कहना है कि उसकी बीवी चाहत के किसी अन्य व्यक्ति से अवैध संबंध थे और वह खर्चा भी बहुत करती थी। इन सबसे परेशान होकर यह सब बातें जब उसने अपने दोस्त शाहरुख को बताई तो दोनों ने चाहत की हत्या करने का प्लान बनाया, आरोपित शौहर अरबाज ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव की पहचान न हो, इसलिए चाकू से चाहत का गला और हाथ के पंजे काट दिए फिर शव को बोरे में भरकर अरबाज और शाहरुख नियाजीपुरा गांव स्थित काली नदी में उसे ठिकाने लगा आए।
अरबाज ने बताया कि नदी में जलकुंभी होने की वजह से शव पानी में आगे नहीं बहा था, जिसके बाद बुधवार की रात वो और शाहरुख शव को आगे बढ़ाने के लिए काली नदी में पहुँचे। यहीं से वो पुलिस के हत्थे चढ़ गए। मामले में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि थाना नगर कोतवाली पुलिस को मुखबिर द्वारा इनके बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अरबाज को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी भागने में कामयाब रहा। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।