गुजरात के साबरकाँठा में बुधवार (14 फरवरी, 2024) को एक मुस्लिम भीड़ ने एक हिन्दू परिवार पर हमला करके एक व्यक्ति की हत्या कर दी। मुस्लिम भीड़ ने हिन्दू इलाके में घुस कर खूब उत्पात मचाया। मुस्लिम भीड़ ने हिन्दू व्यक्ति को उनके घर से खींच लिया और मार दिया। इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज की है। ऑपइंडिया ने पीड़ित के परिवार से बात करके पूरी घटना के बारे में जानकारी इकट्ठा की है। इससे चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
जिन राजूभाई भोई की मुस्लिम भीड़ ने हत्या की, ऑपइंडिया ने उनके भाई सुभाषभाई से बात की है। सुभाष ने बताया, “हमारे भाई का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं था। एक व्यक्ति जो कि हमारे घर के पास ही रहता था और उसका कुछ मुस्लिम लोगों से पैसे को लेकर कुछ विवाद हुआ था। उनका यह विवाद एक सप्ताह पहले हुआ था और 14 फरवरी को इस मामले में मारपीट भी हुई थी। इसके बाद वह घर आकर भी हल्ला-गुल्ला मचाने लगे।”
‘मुस्लिम भीड़ ने मेरे भाई को अँधेरे में खींचा और हत्या कर दी’
मुस्लिम भीड़ द्वारा अपने भाई की हत्या के विषय में सुभाष ने ऑपइंडिया को बताया, “जब वो लोग उस व्यक्ति को पीट रहे थे तो मेरे भाई ने बस इतना कह दिया कि क्या उसे मार दोगे? इस पर भीड़ उस पर हमलावर हो गई और उस पर हॉकी स्टिक, पाइप और डंडों से हमला किया। वह 100-200 लोग थे, वे मेरे भाई को घर से 100 फीट दूर उठा ले गए और वहाँ उसकी बेरहमी से पिटाई की। उसका गला घोंट दिया गया और उसकी पाइप मार कर हत्या कर दी गई।
लाश तक नहीं उठाने दी, पत्थर बरसाए
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि राजूभाई कि हत्या के बाद भी मुस्लिम भीड़ का मन नहीं भरा। सुभाष ने बताया कि उन्होंने लाश तक नहीं उठाने दी और लगातार पत्थर बरसाते रहे। सुभाष ने बताया, “मेरे भाई की मौके पर ही मौत हो गई थी। जब कुछ लोग उसकी लाश उठाने पहुँचे तो वो लोग पत्थर बरसा रहे थे। वहाँ पत्थरों की बरसात हो रही थी जिससे कोई भी लाश के पास ना पहुँच सके। इसके बाद एक भाई हिम्मत करके वहाँ पहुँचा और देखा कि राजूभाई की लाश वहाँ पड़ी है।”
“ज्यादातर हिन्दू यहाँ से भाग गए, हमें भी भगाना चाहते हैं”
सुभाष ने बताया कि आसपास की अधिकांश जनसंख्या मुस्लिम है। पहले यहाँ मोदी और शाह जाति के कुछ लोग रहते थे लेकिन इन मुस्लिमों की प्रताड़ना की वजह से वह यहाँ से पलायन कर गए। यहाँ केवल भोई समाज के घर हैं जिन्हें अब तंग किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम लोग हिन्दुओं के लड़कों को सड़क पर पीटते हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की प्रताड़ना देकर मुस्लिम यहाँ से भगाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि यहाँ कि स्थिति बहुत खराब है।
सुभाष ने ऑपइंडिया को बताया कि हत्या के 3 दिनों के बाद भी मात्र 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बाकी फरार हैं। उन्होंने सरकार से न्याय की माँग की है। पुलिस ने ऑपइंडिया को बताया है कि इस मामले में पाँच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी की तलाश जारी है। सुभाष ने बताया है कि इस घटना के बाद बृहस्पतिवार को भी मुस्लिमों ने पत्थर बरसाए। अभी यहाँ पर माहौल को शांत करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
हिन्दू संगठनों ने दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
यहाँ राजूभाई की हत्या के बाद एक तरफ जहाँ स्थानीय हिन्दू गुस्से में हैं, वहीं दूसरी तरफ हिन्दू संगठन भी पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। ‘विश्व हिंदू परिषद’ (VHP) के नेता हितेंद्रसिंह राजपूत ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा, “हमने पीड़ित परिवार से मिलकर उनका दुःख बाँटने का प्रयास किया है। उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए हम उनके साथ हैं। हमने पुलिस-प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अगर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो ‘विश्व हिंदू परिषद’ और ‘बजरंग दल’ सहित सड़कों पर उतरेंगे और न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।” उन्होंने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध अपनी नाराजगी भी जाहिर की है।
उन्होंने कहा है कि जिस इलाके में घटना हुई, वहाँ की जनसांख्यिकी भी चिंता का विषय है। उनका कहना है कि हिंदू यहाँ से पलायन कर रहे हैं, ऐसे में अशांत क्षेत्र धारा लागू करने की माँग जोर पकड़ रही है। उन्होंने यहाँ अशांत क्षेत्र धारा लागू करने की माँग की। उन्होंने इसके लिए भविष्य में आन्दोलन की चेतावनी भी दी है।
क्या था पूरा मामला?
बुधवार रात करीब 10 बजे साबरकाँठा जिले के अंतर्गत आने वाले प्रांतिज के खोडियार कुवा मोटामाध इलाके में लाठी, लोहे के रॉड और पत्थर से लैस 30 गुंडों की मुस्लिम भीड़ ने एक हिंदू परिवार पर हमला कर राजू भोई की हत्या कर दी। इसके पीछे आपसी लेनदेन का मामला बताया बताया गया था। पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ हत्या समेत अन्य कई मामलों में FIR दर्ज की है।
FIR में अयाज कुरैशी, मुनाफ कुरैशी, अयूब कुरैशी, राशिद मियाँ, इमरान मियाँ कुरैशी, मकबूल मियाँ कुरैशी, जानी कमरूद्दीन, रईस मियाँ, मेहबूब खान, मालेक, समीर, मनन हारुन, निसार भाई, रफीक भट्टे, निसार मियाँ, बाबू अकबर, यूनुस मियाँ और फिरोज मियाँ की पहचान हमलावरों के रूप में हुई है।