गुजरात के गाँधीनगर में अपने गैंगस्टर प्रेमी के साथ भागने वाली एक IAS अधिकारी की पत्नी ने शनिवार (20 जुलाई 2024) को आत्महत्या कर ली। वह 9 महीना पहले तमिलनाडु के गैंगस्टर के साथ भागी थी। अब वह लौट आई थी और अपने पति के घर में जाना चाहती थी। हालाँकि, जब वह ऐसा नहीं कर पाई तो घर के दरवाजे पर ही आत्महत्या कर ली।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला गाँधीनगर के सेक्टर 19 का है। महिला के पति रंजीत कुमार गुजरात विद्युत नियामक आयोग में सचिव हैं। वहीं, आत्महत्या करने वाली महिला की उम्र 45 साल है और उसका नाम सूर्या जय है। सूर्या मूलत: तमिलनाडु की रहने वाली थी। उसने वहीं के एक गैंगस्टर महाराज हाईकोर्ट के साथ 9 महीने पहले घर से भाग गई थी।
इस बीच शनिवार को वह वापस लौटकर आई और अपने पति रंजीत कुमार के घर में घुसने की कोशिश की। हालाँकि, रंजीत कुमार ने अपने घरेलू स्टाफ से कहा था कि उनकी पत्नी को घर में ना घुसने दिया जाए। जब गार्ड ने घर में घुसने से रोका वह जहर खा ली। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अधिकारी ने महिला का शव लेने से भी इनकार कर दिया।
पुलिस का कहना है कि महिला 14 साल के एक बच्चे के अपहरण में शामिल थी। सूत्रों का कहना है कि मदुरै में बच्चे के अपहरण मामले में तमिलनाडु पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए सूर्या अपने पति के घर गई होगी। महिला का नाम उसके गैंगस्टर प्रेमी ‘महाराजा हाईकोर्ट’ और उसके सहयोगी सेंथिल कुमार के साथ एक इस मामले में शामिल थी।
यह मामला 11 जुलाई को बच्चे की माँ के साथ पैसों के विवाद को लेकर है। इस विवाद में महिला के 14 साल के बेटे का अपहरण कर लिया गया था। आरोपितों ने महिला से 2 करोड़ रुपए की फिरौती माँगी थी। हालाँकि, मदुरै पुलिस बच्चे को बरामद करने में कामयाब रही। इसके बाद पुलिस ने सूर्या सहित इसमें शामिल लोगों की तलाश शुरू कर दी थी।
IAS के वकील हितेश गुप्ता ने बताया कि दंपति 2023 से अलग रह रहे थे और उनकी तलाक की प्रक्रिया चल रही थी। पुलिस ने बताया, “रंजीत कुमार शनिवार को तलाक की याचिका को अंतिम रूप देने के लिए बाहर गए थे। पीछे से उनकी पत्नी ने घर में नहीं घुसने नहीं देने से परेशान होकर जहर खा लिया और 108 (एम्बुलेंस हेल्पलाइन नंबर) पर कॉल कर दिया।” दोनों की शादी साल 20 साल पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं।
पुलिस को तमिल भाषा में लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है। हालाँकि, पुलिस ने सुसाइड नोट में क्या लिखा है उसके बारे में जानकारी देने से मना कर दिया है। वहीं, अधिकारी ने अपनी मृत पत्नी का शव लेने से मना कर दिया। वहीं, इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महिला ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को संबोधित एक पत्र छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी ‘पीड़ा’ बताई है।
पत्र में महिला ने दावा किया है कि उसको गैंगस्टर ने अपने जाल में फँसाया था और वह दो आपराधिक मामलों में उलझ गई, जिसमें गैंगस्टर मुख्य आरोपित है। एक मामला एक महिला से ऋण वसूली से संबंधित है, जिसे गैंगस्टर ने पैसे दिए थे और दूसरा मामला एक लड़के के अपहरण का है। पत्र में कहा है कि उसका पति एक नेक आदमी है, जो उसकी अनुपस्थिति में उनके बच्चों की देखभाल करता है।
गाँधीनगर पुलिस का कहना है, “हमें नहीं पता कि वह जहर लेकर आई थी या नहीं। हम जाँच कर रहे हैं कि क्या महिला अपने पति से मिली थी और जब वह आई थी तो पति घर में मौजूद था।” पुलिस ने कहा कि महिला का शव ले जाने के लिए तमिलनाडु से उसका परिवार आ रहा है। पुलिस ने यह भी कहा कि महिला वांछित है या नहीं इसकी जानकारी उसे नहीं है, क्योंकि उसने मदुरै पुलिस से संपर्क नहीं किया।
इस साल मार्च और अप्रैल में महिला ने अग्रिम जमानत के लिए मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ में याचिका दी थी। हाई कोर्ट के आदेश अनुसार, तमिलनाडु के थूथुकुडी उत्तर पुलिस स्टेशन ने सूर्या के खिलाफ अश्लील शब्द बोलने, लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला करने या आपराधिक बल का प्रयोग करने, लोक सेवक को उनके कर्तव्य का पालन करते समय स्वेच्छा से चोट पहुँचाने और जानबूझकर स्वयं की वैध गिरफ्तारी में प्रतिरोध या अवैध बाधा उत्पन्न करने के आरोप में मामला दर्ज किया था।