मेघालय के पश्चिम गारो हिल्स जिले के गाँधीपारा गाँव में लगे वार्षिक मेले ‘चेंगा बेंगा’ के दौरान 4 हिंदू नाबालिगों के साथ कथिततौर पर बलात्कार की खबर सोशल मीडिया पर वायरल है।
इसके बारे में जानकारी लीगल राइट्स ऑब्जरवेट्री ने अपने एक्स अकॉउंट के जरिए दी है। ट्वीट में लिखा गया- “मेघालय के गारो हिल्स की 4 नाबालिग हिंदू लड़कियों के साथ 25 जिहादियों द्वारा सामूहिक बलात्कार की दिल दहला देने वाली खबर आ रही है।”
एलआरओ के ट्वीट में कहा गया, “असम-मेघालय सीमा पर लगने वाले वार्षिक मेले के दौरान; बांग्लादेश की सीमा से लगे दक्षिण सलमारा-मनकाचार जिले के जिहादियों द्वारा 4 नाबालिग हिंदू नाबालिगों का अपहरण किया गया, फिर बंधक बनाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उनका शारीरिक उत्पीड़न किया गया। इस संबंध में गारोबाधा थाने में पुलिस शिकायत दर्ज हुई लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।”
Gut-wrenching news of gang rape by 25 Jihadis on 4 minor Hindu girls of Garo Hills, Meghalaya coming in. During annual Chenga Benga Mela on Assam-Meghalaya border; 4 minor Hindu girls abducted, gang raped in captivity n physically assaulted by Jihadis hailing from South Salmara-… pic.twitter.com/9iM1Bix4Gz
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) April 20, 2024
LSO के ट्वीट सोशल मीडिया पर जब वायरल हुआ तो इस पर चर्चा तेज हो गई। सच्चाई जानने के लिए इंडिया टुडे NE ने एसपी (दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स) विकास कुमार से संपर्क किया।
इंडिया टुडे NE से बातचीत में कुमार ने बताया कि पीड़ितों में दो नाबालिग लड़के और दो नाबालिग लड़कियाँ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि घटना इस साल 16 अप्रैल को हुई थी लेकिन इसकी सूचना दो दिन बाद 18 अप्रैल को दी गई।
3 का शारीरिक शोषण, 1 का गैंगरेप: रिपोर्ट
सोशल मीडिया पर वायरल दावे से हटकर इंडिया टुडे NE की रिपोर्ट (अर्काइव लिंक) में बताया गया कि, दो नाबालिग लड़के और दो लड़की एक स्थान पर गए थे, जो ‘चेंगा बेंगा मेला’ स्थल से लगभग 250 मीटर दूर था। इसके बाद वहाँ उन्हें कुछ लोगों ने पकड़कर कैद कर लिया, फिर, उन पर शारीरिक हमले हुए और एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले के संबंध में हुई एफआईआर भी हुई है जिसमें इस बात का उल्लेख है कि घटना में 10-15 मुस्लिम पुरुष शामिल थे।
एसपी विकास कुमार ने बताया, “कैद में रखी गई एक लड़की ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि उसे शारीरिक रूप से तंग किया गया और दुर्व्यवहार हुआ तो दूसरी लड़की की मेडिकल रिपोर्ट बताती है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ, जिसके बाद वो सदमे में थी, दर्द में थी। ऐसे में उन्होंने इस घटना की जानकारी होने के बाद बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) से संपर्क किया और सुनिश्चित किया कि बच्ची को उचित इलाज और परामर्श दिया जाए।
LRO के पोस्ट को फर्जी या सच्चा नहीं कहा जा सकता: एसपी विकास कुमार
इंडिया टुडे NE ने विकास कुमार के बयान के आधार पर बताया है कि इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं हैं। आरोपितों की पहचान होना अभी बाकी है। हालाँकि जब उनसे एलआरओ के पोस्ट के बारे में कहा गया तो उन्होंने कहा कि वो फिलहाल उस पोस्ट को न नकार सकते हैं और न इसकी पुष्टि कर सकते हैं, क्योंकि अभी जाँच चल ही रही है।
उन्होंने कहा, “हो सकता है पोस्ट में कही कुछ बातें सही भी हों, पूरे मामले में फाइनल रिपोर्ट आना अभी शेष है। ये रिपोर्ट जाँच पूरी होने के बाद और आरोपितों के पकड़े जाने के बाद ही सामने आएगी। हमारी टीम बहुत सावधानी से इस मामले की जाँच में जुटी है ताकि पीड़ितों को न्याय मिले। हमारी रिपोर्ट मामले को सनसनीखेज बनाने से ज्यादा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए होगी।”