कश्मीर में जारी भारी बर्फ़बारी के बीच सेना एक तरफ आतंकी मंसूबों को नाकाम करने में जुटी है, दूसरी तरफ उसके जवान हर हालात में स्थानीय लोगों की मदद को तत्पर हैं। घुटनों तक जमी बर्फ़ के बीच भारतीय सेना के जवान एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुँचाने के लिए दो किलोमीटर तक चले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ महिला ने शुक्रवार (8 जनवरी 2021) को करलपुरा अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया।
मंगलवार (5 जनवरी 2021) को कुपवाड़ा के करलपुरा स्थित भारतीय सेना, कंपनी ऑपरेशन बेस (सीओबी) में रात के लगभग 11:30 बजे मंज़ूर अहमद शेख नाम के युवक का फोन आया। फर्कियां गाँव का रहने वाला मंज़ूर कॉल पर बातचीत के दौरान काफी परेशान था। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उसने सेना के जवानों से कहा कि उसकी पत्नी को बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है और जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराए जाने की ज़रूरत है।
Heavy snow in Kashmir brings unprecedented challenges for citizens, especially in higher reaches. Watch the Soldier & Awam fighting it out together by evacuating a patient to the nearest PHC for medical treatment. #ArmyForAwam#AmanHaiMuqam pic.twitter.com/DBXPhhh0RP
— PRO Udhampur, Ministry of Defence (@proudhampur) January 7, 2021
जिस वक्त मंज़ूर शेख का सेना के जवानों के पास फोन आया उस वक्त पिछले एक दिन से लगातार बर्फ़बारी जारी थी। जिसकी वजह से पूरे क्षेत्र में घुटनों तक बर्फ़ जम गई थी। खराब मौसम और भीषण बर्फ़बारी की वजह से न तो सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँच सकती थीं और न ही नागरिक परिवहन से जुड़ी कोई सेवा मददगार साबित होती। आवागमन के पूरे रास्तों पर बर्फ़ जमी हुई थी।
J&K: Army troops at Karalpura in Kupwara, along with battlefield nursing assistant, carried a pregnant woman from her home to the main road on a cot – walking for about 2 km amid knee-deep snow on 5th Jan. She was then taken to a hospital where she later gave birth to a boy. pic.twitter.com/95M8bCBxOQ
— ANI (@ANI) January 7, 2021
नर्सिंग असिस्टेंट, मेडिकल किट के साथ पहुँचे जवान
ऐसे हालातों में जब कोई विकल्प नहीं बचा रह गया तब भारतीय सेना के जवान मदद के लिए आगे आए। सेना के जवान युद्ध के दौरान मौजूद रहने वाली नर्सिंग असिस्टेंट और मेडिकल किट के साथ मंज़ूर अहमद शेख के घर पहुँचे। इसके बाद वह महिला को अपने कंधों पर लेकर बर्फ़ वाले रास्ते पर दो किलोमीटर तक चल कर करलपुरा अस्पताल लेकर गए। वहाँ पहुँचते ही तुरंत स्वास्थ्य कर्मचारियों ने महिला का उपचार शुरू किया। भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें पहले से सूचित कर दिया था जिसकी वजह से वह उपचार के लिए तैयार हो गए थे।
मंज़ूर अहमद शेख के परिवार वालों और प्रशासन ने भारतीय सेना का इस मानवीय प्रयास के लिए आभार जताया है। बच्चे के जन्म के बाद मंज़ूर अहमद शेख ने कंपनी ऑपरेशन बेस जाकर जवानों को मिठाई खिलाई।