केरल के पुलिस महानिदेशक (DGP) लोकनाथ बेहरा ने स्वीकार किया है कि राज्य के कई युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि केरल में आतंकियों ने अपने संगठनों में भर्ती के लिए जमीन तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ केरल में एक बड़ी समस्या है और इससे निपटने के लिए पुलिस तरह-तरह के प्रयास कर रही है। DGP लोकनाथ बेहरा बुधवार (जून 30, 2021) को रिटायर होने वाले हैं।
उन्होंने इससे पहले टीवी चैनलों के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए स्वीकार किया कि केरल में ISIS का प्रभाव बढ़ना चिंता का विषय है। कट्टरपंथियों को इसमें भर्ती किया जा रहा है। हालाँकि, उन्होंने ये भी दावा किया कि अब ये प्रक्रिया धीमी हुई है। उन्होंने कहा कि ISIS केरल के लोगों को अपने संगठन में इसीलिए भर्ती करना चाहता है, क्योंकि ये एक उच्च-शिक्षित राज्य है और आतंकी संगठनों को इंजीनियरों-डॉक्टरों की भी जरूरत है।
उन्होंने बताया कि ख़ुफ़िया सूत्रों के हवाले से पुलिस को ये जानकारी मिली है। बकौल लोकनाथ बेहरा, केरल पुलिस ने व्यवस्थित तरीके से इससे निपटने के लिए कार्य किया है। उन्होंने बताया कि केरल के ‘आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS)’ ने ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके परिजनों की सहायता से उनकी काउंसलिंग कराई, जिनके आतंकी संगठनों में शामिल होने की संभावना थी। उन्होंने बताया कि 21 परिवारों के ISIS के नियंत्रण वाले इलाकों में जाने की खबर के बाद सतर्क केरल पुलिस ने अच्छा काम किया है।
#BREAKING – “I can’t say NO sleeper cells in #Kerala, #ISIS recruitment still happening in state. Highly educated peoples involved, its a serious matter” – @SPC_Kerala Loknath Behra told to @AsianetNewsML pic.twitter.com/sJOu4aG8kq
— Vaisakh Aryan (@vaisakh_aryan) June 27, 2021
उन्होंने दावा किया कि केरल ने देश के सबसे बेहतरीन ATS में से एक का गठन किया है और वो पर्दे के पीछे से अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ज्यादा चिंता की बात तो नहीं है, लेकिन हम शांत भी नहीं रह सकते। केरल के DGP लोकनाथ बेहरा ने कहा कि वामपंथी आतंकियों के लिए आत्मसमर्पण की नीति लाई गई थी, लेकिन ये विफल हो गई है। नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ने आधुनिक हलिकॉप्टरों की खरीद के लिए ग्लोबल टेन्डर जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए UAPA लगाने में भी पुलिस को नहीं हिचकना चाहिए, क्योंकि क्योंकि ये एक संसद से पारित कानून है और कार्यपालिका को इसका पालन करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ उनके रिश्ते एकदम ‘प्रोफेशनल’ हैं। उन्होंने इस आरोप से भी किनारा किया कि वो राज्य में सत्ताधारी CPM और भाजपा के बीच पुल के रूप में कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि केरल के सीएम के साथ उन्होंने 5 वर्षों तक काम किया है और उनके साथ प्रोफेशनल रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि सीएम हमेशा राज्य की कानून-व्यवस्था की फ़िक्र करते हैं और प्रोफेशनल मुद्दों पर ही दोनों में बात होती है। सोना तस्करी मामले पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियाँ जाँच कर रही हैं और राज्य पुलिस उनका सहयोग कर रही है। हालाँकि, वो CBI चीफ का पद न मिलने पर नाराज भी दिखे।