पश्चिम बंगाल में आए दिन हिन्दुओं की आस्था को आहत करने की ख़बरें सामने आती रही हैं। कभी मंदिर तोड़ने, मंदिर में जानवर का मांस फेंकने, तो कभी जय श्री राम के नारे लगाने वालों को गिरफ्तार किए जाने की खबरें बंगाल में आम हो चुकी हैं। बृहस्पतिवार (फरवरी 20, 2020) को ऐसा ही एक नया मामला प्रकाश में आया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर के पांजीपाड़ा में किसी ने एक मंदिर में मांस के टुकड़े फेंक दिए। यह घटना शिवरात्रि से ठीक एक दिन पहले की है। सुबह जब लोग मंदिर गए तो उन्हें मंदिर में मांस के टुकड़े मिले। लोगों को इसके बीफ़ होने का भी शक हुआ। इसके बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। बड़ी संख्या में महिलाओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन भी किया और नेशनल हाइवे 31 पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों की माँग थी कि मंदिर में मांस फेंकने वालों की पुलिस तलाश कर उन्हें गिरफ्तार करे। लेकिन अपराधियों की पहचान करने के बजाए पुलिस ने लोगों को वहाँ से हटाने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी अपनी माँग पर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और तैयार गैस का भी इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने उन पर फायरिंग भी की। हालाँकि, पुलिस ने फायरिंग की बात से इंकार किया है।
बताया जा रहा है कि मंदिर में मांस फेंके जाने के विरोध में शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने वाले 200 लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बाद उन्हें जबरन गिरफ्तार भी किया। मांस का टुकड़ा फेंकने वालों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है और ना ही इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है, जिसे लेकर इलाके में रोष बढ़ रहा है।
इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। मंदिर परिसर में मांस के टुकड़े फेंके जाने को लेकर उन्होंने ममता बनर्जी को घेरा है। विरोध कर रही महिलाओं का वीडियो शेयर करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने पूछा है कि आखिर ममता बनर्जी बताएँ कि बंगाल में आखिर क्या हो रहा है?
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री @MamataOfficial कितना भी सेक्युलर बनने का ढोंग करे, पर असलियत में हिंदू धर्मस्थलों की हालत बहुत ख़राब है। इस्लामपुर के पंजीपाड़ा इलाके में एक मंदिर में गोमांस फ़ेंकने वालों पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो महिलाओं को लाठी-डंडे उठाना पड़े! pic.twitter.com/GEjlUXWGvf
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) February 21, 2020
विजयवर्गीय ने ट्विटर पर लिखा है, “पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कितना भी सेक्युलर बनने का ढोंग करे, पर असलियत में हिंदू धर्मस्थलों की हालत बहुत ख़राब है। इस्लामपुर के पंजीपाड़ा इलाके में एक मंदिर में गोमांस फ़ेंकने वालों पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो महिलाओं को लाठी-डंडे उठाना पड़े।”