दिल्ली के जहाँगीरपुरी में हिंसा के बाद अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। जहाँ पुलिस ने कहा था कि शोभा यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी लेकिन विश्व हिंदू परिषद (VHP) के स्थानीय नेता प्रेम शर्मा ने मंगलवार (19 अप्रैल 2022) को दावा किया कि शनिवार (16 अप्रैल 2022) को शोभा यात्रा निकालने के लिए अनुमति ली गई थी। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा झड़प के दौरान मूर्तियों और तिरंगे झंडे को नुकसान पहुँचाया गया था। प्रेम शर्मा ने इंडिया टुडे से बातचीत में ये बातें कही हैं।
बता दें कि दिल्ली के जहाँगीरपुरी में शनिवार को शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इसमें 9 लोग घायल हो गए थे। वहीं इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय नेता प्रेम शर्मा को भी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया था। लेकिन बाद में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया। प्रेम शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने शनिवार को बिना अनुमति के जहाँगीरपुरी इलाके से शोभा यात्रा निकाली थी।
अब प्रेम शर्मा ने पुलिस के दावे को खारिज किया है। इंडिया टुडे से बातचीत में शर्मा ने कहा “हमने दो थानों महेंद्र पार्क और जहाँगीरपुरी से अनुमति ली थी। यह जुलूस हर साल बिना किसी परेशानी के निकाला जाता है। हमने पुलिस को बताया था कि 400 से ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे और म्यूजिक सिस्टम होगा। हमने उन्हें रास्ते के बारे में भी बताया था।” आगे उन्होंने यह भी कहा, “अगर हमने पहले से पुलिस को नहीं बताया होता, तो 15-20 पुलिस वाले और उनके वाहन हमारे साथ कैसे तैनात थे? हमने पुलिस को सब कुछ बता दिया था।” शर्मा ने कहा कि उन्होंने एक पत्र जमा किया था। जिस पर पुलिस ने हस्ताक्षर भी किया था।
प्रेम शर्मा ने यह भी दावा किया कि शनिवार को झड़प के दौरान भगवान बालाजी की मूर्ति और राष्ट्रीय ध्वज को भी नुकसान पहुँचाया गया था। उन्होंने कहा, “हमें क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? जो पत्थर और तलवार चला रहे थे कार्रवाई उनके खिलाफ होनी चाहिए। चारों तरफ से पत्थर फेंके जा रहे थे। हम अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे।”
प्रेम शर्मा ने इस संबंध में एक वीडियो भी जारी किया है। इसमें वह कहते हैं, “हनुमान जयंती की शोभा यात्रा आज पहली बार नहीं निकली है। यह हर साल निकलती है। हम तीन सालों से परमिशन लेकर यात्रा निकाल रहे हैं। पुलिस ने हमें परमिशन दी, लेकिन सुरक्षा प्रदान नहीं करवाई। हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे, तभी मस्जिद की तरफ से आवाजें आने लगी- इनको मार, मारो, मारो… इसके तुरंत बाद तीसरी मंजिल से पत्थरों से हम पर हमला करना शुरू कर दिया और 25-300 लोग तो तलवारें लेकर आए थे। आप एक बात बताइए कि 10 मिनट के अंदर कौन तीसरी मंजिल पर हजारों पत्थर भर लेगा। हमारे 20 से 25 कार्यकर्ता घायल हैं।”
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को जहाँगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के अवसर पर एक शोभायात्रा निकाली गई थी। इसी दौरान पत्थरबाजी शुरू हो गई और दो समुदाय के बीच झड़प में 9 लोग घायल हो गए, जिसमें दो पुलिसवाले भी शामिल थे। FIR में कहा गया कि अंसार नाम का शख्स अपने 4 से 5 साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा। जिसके बाद हिंसा भड़की। अंसार को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह पहले भी आपराधिक घटनाओं मे शामिल रहा है।