मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज से परेशान छात्रों ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kahsmir) में हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद जम्मू के गाँधी मेमोरियल गवर्नमेंट कॉलेज के करीब 6 छात्रों को शुक्रवार (20 मई 2022) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन छात्रों ने एक स्थानीय मस्जिद के सामने इकट्ठा होकर हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ किया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाँधी मेमोरियल गवर्नमेंट कॉलेज के छात्र जिस वक्त हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे, उस दौरान मस्जिद में मुस्लिम नमाज अदा कर रहे थे। छात्रों का आरोप है कि बेफिजूल के शोर के कारण वे पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे। जिसके कारण वे स्थानीय मस्जिद के खिलाफ विरोध करने पर विवश हो गए।
उल्लेखनीय है कि 17 मई 2022 को जम्मू नगर निगम (JMC) ने धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों पर बिना अनुमति के चल रहे सभी लाउडस्पीकरों को हटाने का आदेश जारी किया था। ये प्रस्ताव भाजपा के पार्षद नरोत्तम शर्मा ने पेश किया था। हालाँकि, आदेश के बाद भी इसकी अनदेखी कर मस्जिद ने लाउडस्पीकर नहीं हटाया।
in his resolution, Narotam Sharma has demanded that in order to prevent noise pollution, all illegal loudspeakers and public address systems from all religious places in Jammu need to be removed.
— News18 Jammu (@News18Jammu) May 17, 2022
लाउडस्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने वाले शर्मा ने कहा था कि इससे बहुत ही अधिक मात्रा में ध्वनि प्रदूषण हो रहा है, जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को इस प्रस्ताव को पारित करते हुए जम्मू नगर निगम के मेयर चंदर मोहन गुप्ता ने कहा, “संकल्प बहुमत के साथ पारित किया गया है। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार कार्य किया जाएगा।”
कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि लाउडस्पीकर का विरोध करने वाले छात्र स्थानीय मस्जिद से लाउडस्पीकर को बंद नहीं करवा पाने पर प्रशासन से भी नाखुश थे। इन छात्रों को पहले राज्य पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें छोड़ दिया।
क्या है लाउडस्पीकर विवाद
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों समेत तमाम धार्मिक स्थलों पर अवैध रूप से लगाए गए लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए एक मुहिम छेड़ी थी। इसी के बाद ये विवाद शुरू हुआ। इसके तहत उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार को पहले 4 मई 2022 तक सभी मस्जदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर चेतावनी दी थी। हालाँकि, जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जहाँ भी मस्जिदों में लाउडस्पीकर में नमाज हो, वहाँ पर दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करने को कहा था।
मनसे के इस ऐलान के बाद राज्य की कई मस्जिदों ने संबंधित प्रशासन के पास मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगाकर अजान करने के लिए अप्लाई किया। इसी तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों के ऊपर से अवैध लाउडस्पीकरों को तेजी से हटाने का कार्य किया। इनमें से करीब 40000 से अधिक अवैध लाउडस्पीकरों को प्रशासन ने हटवा दिया, जबकि, करीब 55000 को डेसिबल लिमिट के नियमों का पालन करने का आदेश दिया गया।