Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजकिश्तवाड़ में आतंकी अहमद शेख़, निसार और आज़ाद हुसैन गिरफ़्तार, BJP नेताओं की हत्या...

किश्तवाड़ में आतंकी अहमद शेख़, निसार और आज़ाद हुसैन गिरफ़्तार, BJP नेताओं की हत्या की गुत्थी सुलझी

गिरफ़्तार किए गए तीनों आतंकियों के बारे में पता चला है कि ये किश्तवाड़ में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में लगे हुए थे। आतंकियों की पहचान, निषाद अहमद शेख़, निसार और आज़ाद हुसैन के रूप में हुई है।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया है। इन आतंकवादियों की गिरफ़्तारी के साथ ही बीजेपी नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके PSO की हत्या और एक अन्य बीजेपी नेता अनिल परिहार की हत्या की गुत्थी भी सुलझ गई है। गिरफ़्तार किए गए आतंकियों के पास से पुलिस ने हथियार व गोला बारूद भी बरामद किया है।

तीनों आतंकियों के बारे में पता चला है कि ये किश्तवाड़ में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में लगे हुए थे। आतंकियों की पहचान, निषाद अहमद शेख़, निसार और आज़ाद हुसैन के रूप में हुई है।

जम्मू क्षेत्र के आई जी मुकेश सिंह ने बताया, “पिछले एक साल में किश्तवाड़ में 4 आतंकी घटनाएँ हुईं। किश्तवाड़ पुलिस की लगातार कोशिश, सीआरपीएफ, सेना और NIA टीम की मदद से हमने ये चारो केस सुलझा लिए हैं।” इसके आगे उन्होंने बताया,

“हमने इन घटनाओं से जुड़े 3 लोगों को गिरफ़्तार किया है। ये आतंकी नेता चंद्रकांत शर्मा (बीजेपी) और उनके पीएसओ की हत्या में शामिल थे। गिरफ़्तार लोगों में से एक निसार अहमद शेख है जो बीजेपी नेता अनिल परिहार की हत्या की साज़िश में शामिल था।”

ख़बर के अनुसार, इस साल के अप्रैल महीने में बीजेपी के चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं, पिछले साल 1 नवंबर को किश्तवाड़ ज़िले में बीजेपी के प्रदेश सचिव अनिल परिहार और उनके भाई की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

इससे पहले सांबा और कठुआ ज़िले में आतंकी हमले की आशंका के चलते हाई अलर्ट जारी किया गया था। जानकारी के अनुसार आतंकियों की ओर से सांबा और कठुआ समेत कुछ ज़िलों में दहशतगर्द बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के कोशिश में हैं। सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी में ख़ासतौर पर सैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाए जाने की बात कही गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -