जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले से अपहरण किए गए भाजपा नेता मेहराजउद्दीन मल्ला (Mehrajuddin Malla) को पुलिस ने सुरक्षित रिहा करा लिया है। अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बलों और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन के बाद मल्ला को रेस्क्यू किया गया है।
Mehraj Din Malla, BJP leader & vice-president of Watergam Municipal Committee in Baramulla who was abducted earlier today has been rescued by Police: Kashmir IG Vijay Kumar (File pic) #JammuAndKashmir pic.twitter.com/HtfZyfSrZY
— ANI (@ANI) July 15, 2020
बारामूला के वाटरगाम में नगर समिति के उपाध्यक्ष मेराजुद्दीन मल्ला को बचाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन को लश्कर के सोपोर कमांडर सज्जाद उर्फ हैदर के परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर शुरू किया गया था। बता दें दो दिन पहले हैदर ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस और भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। जिसके बाद मल्ला का अपहरण कर लिया गया। आतंकवादियों ने इसी तरह की एक धमकी कश्मीर के महानिरीक्षक (IG), को भी जारी की थी।
गौरतलब है कि कश्मीर में एक भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या करने के एक सप्ताह बाद, बारामुला जिले में एक भाजपा कार्यकर्ता मेहराजुद्दीन मल्ला का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था।
भाजपा नेता मेहराजुद्दीन मल्ल जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में वाटरगाम नगर समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहराजुद्दीन मल्ला को उस समय एक सैंट्रो कार में अगवा कर लिया गया, जब वह अपने दोस्त से मिलने के लिए सड़क से गुजर रहे थे।
मेहराजुद्दीन मल्ला का कथित तौर पर सोपोर शहर के रास्ते से अपहरण कर लिया गया। वो सोपोर में म्युनिसिपल कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट हैं। मेहराजुद्दीन मल्ल के अपहरण के बाद अधिकारियों ने खोज अभियान शुरू कर दिया था।
पुलिस के सूत्रों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को प्राप्त इनपुट के आधार पर, अल बद्र समूह के पाकिस्तानी आतंकवादी इन घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। हालाँकि, इस बारे में अभी तक किसी भी प्रकार का आधिकारिक अंतिम बयान नहीं मिला था।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में बीजेपी नेता शेख वसीम बारी, उनके भाई और पिता की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके पिता, बशीर अहमद और भाई, उमर बारी भी हमले में घायल हुए थे। तीनों को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
हमले के बाद, पुलिस ने मारे गए भाजपा नेता के 10 सुरक्षा गार्डों को हिरासत में लिया और उनसे सवाल किया गया था कि जब भाजपा नेता पर हमला हुआ था तो उनमें से कोई भी उसके साथ क्यों नहीं था? जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा था कि भाजपा नेता की हत्या के पीछे लश्कर के दो आतंकवादी थे।
घाटी में भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर किए गए हालिया हमले पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की हताशा को दर्शाते हैं। दरअसल, महज वर्ष 2020 में ही, नए केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न अभियानों के तहत 130 से अधिक आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया को विफल करने की कोशिश कर रहा है, जो कि घाटी में निरंतर ही आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित आतंकवादियों को भेजकर नियंत्रण रेखा के पास लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है।