झारखंड की राजधानी राँची में एक साथ कई हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की खबर है। तोड़फोड़ के दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को कटर से काटा गया है। इस घटना के बाद हिन्दू संगठनों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया है। शुक्रवार (17 नवंबर, 2023) को सामने आई इस घटना में फ़िलहाल पुलिस अभी तक किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना राँची के मांडर इलाके की है। यहाँ शुक्रवार को जब लोग सुबह उठे तो उनको 4 मंदिरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के खंडित होने की जानकारी मिली। लोगों को पता चला कि मुड़मा स्थित महावीर मंदिर, छोटा बजरंग बली मंदिर, बूढ़ा महादेव और मड़ई देवी मंडप में किसी असामाजिक तत्व ने न सिर्फ तोड़फोड़ की थी बल्कि मूर्तियों को कटर चला कर काट दिया था। थोड़ी ही देर में क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
जिहादियों ने मंदिर में घुसकर की तोड़फोड़
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) November 17, 2023
बजरंगबली एवं शिवलिंग को खंडित कर दिया ||
झारखण्ड, रांची के मानडर की घटना ✍️
हिन्दुओं सोते रहो – जातियों में बंटते रहो!! pic.twitter.com/5UA0PFklwW
वहीं इस घटना से नाराज लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान जाम लगाया गया और आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की माँग की गई। हालात को सँभालने पहुँचीं पुलिस ने नाराज लोगों को समझाया और शांत करवाया। छठ पर्व होने की वजह से लोगों ने प्रशासन का सहयोग किया। हालाँकि, इस दौरान जल्द कार्रवाई करने का अल्टीमेटम भी दिया गया। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जाँच शुरू कर दी। हालाँकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
मांदर के मुरमा इलाके में मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना हुई है। कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मंदिर में रखी मूर्तियों को खंडित करने की सूचना मिल रही है…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 17, 2023
राँची ज़िले में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की घटनायें तो मानो अब आम बात हो गई है…
राँची पुलिस अविलंब अपराधियों को…
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य में मंदिरों को क्षतिग्रस्त होने जैसी घटनाओं के आम बात हो जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने राँची पुलिस द्वारा आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई है। इस मामले में ऑपइंडिया से बात करते हुए स्थानीय भाजपा नेता आनंद सिंह ने इस घटना के पीछे ईसाई मिशनरियों की साजिश की आशंका जताई है। आनंद सिंह ने इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी न होने की वजह प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा की जा रही ढिलाई को जिम्मेदार बताया।