Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाज3 घंटे में 3 हमले: कश्मीरी पंडित को दुकान में घुस मारी गोली, आतंकियों...

3 घंटे में 3 हमले: कश्मीरी पंडित को दुकान में घुस मारी गोली, आतंकियों ने बिहार के स्ट्रीट वेंडर और स्थानीय ड्राइवर को भी मार डाला

मारे गए कश्मीरी पंडित माखनलाल बिंदरू श्रीनगर के प्रमुख फार्मेसिस्ट थे। 1990 में जब आतंकवाद चरम पर था तब भी वे अपना घर छोड़कर नहीं गए थे।

जम्मू-कश्मीर में कई बड़ी आतंकी साजिशों को सुरक्षा बलों ने हाल में नाकाम किया है। इससे बौखलाए आतंकी अब आम लोगों को निशाना बनाने लगे हैं। मंगलवार (5 अक्टूबर 2021) को आतंकियों ने अलग-अलग हमलों में तीन आम नागरिकों की हत्या कर दी। इन हमलों को 3 घंटे के भीतर अंजाम दिया गया।

आतंकियों ने कश्मीरी पंडित माखनलाल बिंदरू की श्रीनगर के इकबाल क्षेत्र में शाम के करीब 7:30 बजे गोली मारकर हत्या कर दी। वह प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक थे। आतंकियों ने दुकान में घुसकर उन्हें गोली मारी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने ट्वीट किया है, “श्रीनगर के इकबाल पार्क में बिंदरू मेडिकेट के मालिक कश्मीरी पंडित- माखन लाल बिंदरू (70) की आज शाम (मंगलवार) कश्मीर में आतंकियों ने हत्या कर दी। इसके बाद श्रीनगर के लालबाजार में सड़क किनारे गैर स्थानीय भेलपुरी विक्रेता की हत्या कर दी गई।”

अगले ट्वीट में कौल ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि श्रीनगर में अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिंदरू उन कुछेक कश्मीरी पंडितों में से एक थे जिन्होंने 1990 के दशक में कश्मीर नहीं छोड़ा।

दूसरी घटना में श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में शाम के करीब साढ़े आठ बजे बिहार के गोलगप्पा बेचने वाले व्यक्ति की हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, श्रीनगर के मदीन साहब लालबाजार के पास आतंकियों द्वारा मारे गए शख्स की पहचान वीरेंद्र पासवान के तौर पर हुई है। वे बिहार के भागलपुर के रहने वाले थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी इसे टारगेटेड अटैक करार दिया है।

वहीं तीसरी घटना कश्मीर के बांदीपोरा के शाहगुंड इलाके में हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, नायदखाई निवासी मोहम्मद शफी लोन की आतंकियों ने हत्या कर दी। फिलहाल आतंकियों की तलाश की जा रही है। वह बांदीपोरा के हाजिन में टाटा सूमो चलाते थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -