उत्तर प्रदेश के कानपुर में दलित समुदाय की एक नबालिग लड़की ने एक मुस्लिम युवक पर खुद को धमकाने और दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पीड़िता की उम्र 16 साल बताई जा रही है। पीड़िता को बहला फुसला कर नाम व धर्म गलत बताते हुए दिल्ली ले जाने का भी आरोप है। गोविंदनगर थाने में कार्रवाई न होने पर बजरंग दल द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया गया है। घटना 23 दिसम्बर की बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
सम्बंधित थाने पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है, विवेचना की जा रही है।
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) January 15, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता 23 दिसम्बर, 2021 को अपने बहनोई के घर से अचानक लापता हो गई थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने गोविन्दनगर थाने में दर्ज करवाई। आरोप है कि पुलिस ने कोई ठोस एक्शन नहीं लिया। 12 जनवरी (बुधवार) को सुबह पीड़िता अपनी बहन के घर खुद पहुँची। वो काफी डरी हुई थी। पता चला कि आरिफ़ खान नाम के आरोपित ने टिल्लू नाम बता उसे शादी का झांसा दिया और बहला-फुसलाकर दिल्ली ले गया था।
दिल्ली में उसके साथ आरिफ ने कई बार दुष्कर्म किया। विरोध करने में धमकी मिलती रही। किसी तरह से वह आरिफ के चंगुल से भागने में सफल रही। पीडि़ता के सफाईकर्मी भाई का आरोप है कि दुबारा पुलिस के पास जाने पर गोविन्द नगर पुलिस ने उन्हें भगा दिया। इस बात की जानकारी होने पर शुक्रवार (14 जनवरी) बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने पर हंगामा किया। आख़िरकार पुलिस ने दुबारा तहरीर ली।
ACP गोविन्दनगर विकास कुमार ने इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताया है। उनके मुताबिक, “नाबालिग लड़की आरोपित युवक के साथ अपनी मर्जी से गई थी। घटना में ‘लव जिहाद’ जैसा कोई मामला नहीं है। पीड़िता के परिवार वालों की शिकायत पर दुष्कर्म और पॉक्सो आदि की धाराओं में केस दर्ज कर के जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा।”
पीड़िता के भाई द्वारा दिए गए बयान के मुताबिक, “लड़का खुद को हिन्दू बताता था। लेकिन वो मुस्लिम था। मेरी बहन के पास दिमाग कम है। वो उसके बहकावे में आ गई। हमारी सुनवाई नहीं हो रही थी। हमारी मदद केवल बजरंग दल वालों की।” ऑपइंडिया के पास यह बयान मौजूद है।
ऑपइंडिया ने इस मामले में शिकायत ले कर थाने गए बजरंग दल के पदाधिकारी दिलीप बजरंगी से बात की। दिलीप बजरंगी ने बताया, “पीड़िता दलित परिवार से है। उसका साथ किसी भी दलित संगठन ने नहीं दिया। वो और उसका परिवार लगभग 4 दिन से प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहा था। उसको भगा दिया जाता रहा। इस बात की जानकारी जब हमें हुई तो हम कई महिलाओं के साथ थाने गए। आज पीड़िता का मेडिकल परीक्षण होगा। पुलिस ने हमें FIR दर्ज कर के कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। आरोपित आरिफ खान पीड़िता के घर से कुछ ही दूर पर चाय की दुकान पर काम करता था। फ़िलहाल वो फरार है।”
गौरतलब है कि साल 2020 में योगी सरकार ने कानपुर जिले में लव जिहाद के मामलों पर जाँच के लिए SIT का गठन किया था। इस पूरे मामले में साजिश और धर्मान्तरण भी आपस में जुड़े पाए गए थे। साजिश का कनेक्शन सोशल मीडिया पर एक्टिव कुछ बाहरी लोगों से भी जुड़ा पाया गया था।