पंजाब (Punjab) में फिर से माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। पटियाला (Patiala) के श्री काली माता मंदिर की दीवार पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने खालिस्तान का पोस्टर लगा दिया गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने इस पर सख्त कार्रवाई करने की माँग की है।
काली माता के मंदिर पर खालिस्तान का पोस्टर लगाए जाने की जानकारी शुक्रवार (15 जुलाई 2022) को सुबह मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और पोस्टर को फाड़ दिया। वहीं, इस मामले में पटियाला की पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि सुबह पाँच तक वहाँ कोई पोस्टर नहीं था।
इससे पहले 29 अप्रैल 2022 को खालिस्तान समर्थकों ने इसी मंदिर पर हमला कर दिया था और श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी। हमले के बाद पुलिस ने मंदिर के चारों ओर सुरक्षा को बढ़ा दिया था। पुलिस सुरक्षा के बाद भी असामाजिक तत्वों ने मंदिर की दीवार पर अलगाववादी पोस्टर लगा दिए।
बात दें कि सुरक्षा के हालात को देखते हुए पटियाला पुलिस ने मंदिर के मुख्य गेट के बाहर बैरीकेड लगाकर पुलिसकर्मी भी तैनात किए हैं। इसके अलावा मंदिर के सभी रास्तों पर पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स का पहरा रहता है।
इस घटना के बाद सिख ऑर जस्टिस (Sikh For Justice) के अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने एक वीडियो मैसेज जारी किया है। वहीं, इस घटना की पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने निंदा की है और कहा कि राज्य के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की माँग की।
इसके पहले 30 जून 2022 को जालंधर में पंजाब आर्म्ड पुलिस (PAP) की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे ऑपरेशन ब्लू स्टार की तारीख लिख दी गई थी। इसके साथ ही 26 जनवरी को आजाद पंजाब की बात लिखी थी।
इस घटना के बाद भी विदेश में बैठे गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर पंजाब पुलिस को सीधा चैलेंज किया था और कहा था कि नारे लिखने वाले ने बढ़िया काम किया है।