कुछ दिन पहले दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने कार सवार मीट कारोबारी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। मीट कारोबारी सलीम कुरैशी की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने आरिफ को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित आरिफ के खिलाफ पहले से ही 43 मामले दर्ज हैं।
17 जुलाई को पंजाबी बाग के रोहतक रोड के ट्रैफिक जंक्शन पर अपनी कार में बैठे कुरैशी की दो मोटरसाइकिल सावर लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। हत्या करने वाला आरिफ, सलीम कुरैशी की बगल वाली सीट पर बैठे उसके भाई रहीस को भी मारना चाहता था, लेकिन वो बचा गया। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल से लगभग सौ मीटर की दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से दोनों हत्यारों की पहचान की थी और रविवार (जुलाई 28, 2019) को स्पेशल सेल ने आरिफ को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया।
DCP मनीषी चंद्र के मुताबिक, आरिफ ने पुलिस को बताया कि सलीम कुरैशी की हत्या करने के बाद वो उसके भाई रहीस को मारने के लिए पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार के एक निजी अस्पताल में गया था, लेकिन रहीस यहाँ भी बच गया, क्योंकि हत्यारे आरिफ को वो हॉस्पिटल में नहीं मिला।
डीसीपी ने कहा कि आरिफ आपराधिक प्रवृत्ति (Repeat Offender) का है। जिसके खिलाफ पहले से ही 43 केस दर्ज हैं। उसके खिलाफ हत्या के 6 मामले दर्ज हैं और वह गाजीपुर और नांगलोई में अवैध बूचड़खानों से जबरन वसूली में भी शामिल है। साथ ही, हत्या का आरोपित आरिफ बाहरी दिल्ली के नांगलोई और सुल्तानपुरी में कथित रूप से सट्टेबाजी का रैकेट चलाता है। डीसीपी का कहना है कि रहीस माँस व्यापारियों से जबरन पैसा वसूलना चाहता था और इसी वजह से आरिफ और रहीस के बीच दुश्मनी बढ़ गई।
आपसी मुठभेड़ थी सलीम को मारने की वजह
इसके आगे डीसीपी ने बताया कि आरिफ ने कथित तौर पर 25 जून को रहीस पर हमला किया, लेकिन उस दिन वो बच निकला था। इसके बाद उसी दिन रहीस और सलीम ने अपने 20 साथियों के साथ आरिफ के रिश्तेदारों के साथ मारपीट की। रहीस ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी थी।
हालाँकि, उस दिन एक पुलिस मामला दर्ज किया गया था। आरिफ ने उसी दिन अपने रिश्तेदारों पर हुए हमले का बदला लेने का फैसला कर लिया था। आरिफ की दुश्मनी मुख्य रुप से रहीस से थी, मगर उसने उसके भाई सलीम को भी इस हमले में शामिल पाया। जिसके बाद आरिफ ने दोनों को मारने का फैसला किया। रहीस के भाई सलीम की तो उसने हत्या कर दी, लेकिन रहीस बच गया।