बीते साल मध्य प्रदेश और राजस्थान में कॉन्ग्रेस की सरकार बनने के बाद दोनों राज्यों में कानून-व्यवस्था की हालत दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है। सत्ताधारी दल के नेता कुर्सी बचाने के लिए आपस में लड़ रहे हैं। इसका फायदा उठाकर पुलिस वाले और गुंडे दोनों बेकाबू हो रहे हैं।
ताजा घटना में मध्य प्रदेश में पुलिस वाले ने वर्दी का धौंस दिखा आरएसएस के एक प्रचारक को पीट दिया तो राजस्थान में एके-47 लहारते हुए बदमाश आए और हवालात में बंद अपने साथी को छुड़ाकर ले गए।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को पकड़ा था। हरियाणा के खरौली गॉंव का रहने वाला गुर्जर हत्या, हत्या की कोशिश, डकैती सहित कई मामलों में वांछित है। उसे अलवर की बहरोड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया। लेकिन, गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही उसके करीब 15 साथी तीन कार में सवार होकर आए। एके-47 लहराते और फायरिंग करते थाने में घुसे। हवालात तोड़ पपला को लेकर चले गए।
फायरिंग के डर से पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। लॉकअप की चाबी नहीं मिलने पर बदमाशों ने ताला तोड़ दिया। भागते समय बदमाशों की जब कार रास्ते में खराब हो गई तो हथियार के बल पर एक स्कार्पियो छीन ली। पपला डॉक्टर गैंग का कुख्यात शूटर है। इससे पहले 8 सितंबर 2017 को भी महेंद्रगढ़ कोर्ट में पेशी के वक्त साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर उसे छुड़ा लिया था।
दूसरी ओर, मध्य प्रदेश के कटनी जिले में एक थाना प्रभारी ने आरएसएस के नगर प्रचारक गोविंद ठाकुर के साथ मारपीट की। रिपोर्टों के मुताबिक ठाकुर एक कॉलेज के पास कुछ छात्रों से बात कर रहे थे। इसी दौरान गश्त पर निकले थाना प्रभारी अनिल काकड़े से किसी मसले पर उनकी बहस हो गई।
इसके बाद उन्हें थाने लाया गया। यहाँ पुलिसवालों ने न केवल उनकी पिटाई की बल्कि कपड़े भी फाड़ दिए। घटना की जानकारी मिलने के बाद बीजेपी के स्थानीय विधायक संदीप जायसवाल, महापौर शशांक श्रीवास्तव और कार्यकर्ता धाने पहुॅंचकर धरने पर बैठ गए। इसके बाद ठाकुर की शिकायत पर काकड़े को लाइन हाजिर कर दिया गया।