लुधियाना के टिब्बा रोड इलाके में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहाँ कोरोना वायरस से बचाने की आड़ में गोदाम मालिक मोहम्मद मुक्तजीर ने मास्क में बेहोशी की दवा डाल कर नाबालिग के साथ बलात्कार किया। पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित मोहम्मद मुक्तजीर को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता इस घटना के बाद से ही सदमे में है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग पीड़िता की माँ मोहम्मद मुक्तजीर नामक व्यक्ति के गोदाम में वर्कर के रूप में काम करती थी। 19 अक्टूबर को अचानक से उसकी तबियत खराब हो गई, जिसकी वजह से उसने उस दिन अपनी नाबालिग 15 वर्षीय बेटी को काम पर अपनी जगह भेज दिया ताकि उसकी दिहाड़ी न कटे। लेकिन माँ को कहाँ पता था कि उसकी बेटी मोहम्मद मुक्तजीर की हैवानियत का शिकार हो जाएगी।
परिजनों द्वारा पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, जब नाबालिग शाम को ड्यूटी खत्म होने के बाद घर वापस लौट रही थी, तब गोदाम मालिक ने लिफ्ट देने के बहाने उसे कार में बैठा लिया। जिसके बाद कोरोना का हवाला देते हुए उसे मास्क पहनने को दिया। लेकिन जैसे ही नाबालिग लड़की ने मास्क पहना, वह बेहोश हो गई। इसके बाद आरोपित उसे कार में बिठाकर सुनसान जगह ले गया, जहाँ उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद स्वजनों ने इसकी तहरीर पुलिस में दी।
वहीं पीड़ित लड़की ने घटना का ब्यौरा देते हुए पुलिस को बताया कि मोहम्मद मुक्तजीर ने उससे कहा कि आजकल कोरोना चल रहा है, इसलिए वह मास्क पहन ले। आरोपित ने उसे मास्क पहनने के लिए दिया। जैसे ही उसने मास्क पहना, उसे बेहोशी सी छाने लगी। इसके बाद आरोपित कार को सुनसान जगह पर ले गया और उससे दुष्कर्म किया।
गौरतलब है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए एएसआइ सुखदेव सिंह ने बताया कि घटना के बाद से ही पीड़िता सदमे में थी। इसके कारण उसके परिवार ने कोई कार्रवाई नहीं की। शनिवार वो लोग पुलिस के पास आए। जिसके बाद केस दर्ज कर लिया गया। सोमवार को पीड़िता का मेडिकल कराया जाएगा।