दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ‘सेक्सटॉर्शन रैकेट’ का पर्दाफाश करते हुए इसके मास्टरमाइंड बरकत अली को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। पड़ताल में मालूम चला है कि यह रैकेट मेवात के अपराधियों द्वारा संचालित किया जा रहा था। रैकेट से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस मेवात क्षेत्र में छापेमारी कर रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस रैकेट के लोग सोशल मीडिया पर लड़की की फेक आईडी बनाकर सेक्स चैट की शुरुआत करते थे। कुछ दिन बाद जब लड़के इस जाल में फँस जाते थे तो रैकेट के सदस्य उन्हें वीडियो कॉल करने के लिए कहते थे। वीडियो ऑन होते ही वे उन्हें एक लड़की दिखाते थे, जो कपड़े उतार रही होती थी। इसके बाद वह टारगेट को भी ऐसा करने को कहते थे।
ज्वाइंट कमिश्नर बीके सिंह ने बताया, “यह गैंग स्क्रीन रिकॉर्डर का प्रयोग करके वॉट्सएप की वीडियो कॉल रिकॉर्ड करते थे और बाद में अश्लील वीडियो को अपलोड करने की धमकी देकर पैसे हड़पने में लग जाते थे।” खबर के अनुसार, आरोपित स्क्रीन रिकॉर्ड के जरिए अपने टारगेट की वीडियो रिकॉर्ड करते थे। वहीं एक एप के जरिए आवाज बदलकर उन्हें बेवकूफ भी बनाते थे। गैंग के अपराधी अपने आप को यूट्यूबर बताते हुए टारगेट लोगों को वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। इस तरह यह गैंग पिछले कुछ माह में 200 से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बना चुका है।
इससे पहले यह गैंग खुद को भारतीय सेनाकर्मी बताकर लोगों को वॉट्सएप के जरिए कार-बाइक बेचने के नाम पर धोखाधड़ी का काम करता था। सितंबर 2020 में बरकत अली और इसके साथियों ने 12.8 लाख रुपए कैश लूटे थे। यह लूट उन्होंने कर्नाटक के मैसूर में एचडीएफसी बैंक की एटीएम मशीन तोड़कर की थी। बाद में यह गैंग सोशल मीडिया के जरिए सेक्स रैकेट चलाने लगा।
पिछले कुछ महीनों में सेक्सटॉर्शन से संबंधित पुलिस के पास तमाम शिकायतें आ रही थीं। इसी क्रम में पुलिस ने निगरानी बढ़ानी शुरू कर दी। पड़ताल में यह भी पता चला कि यह गैंग अपने टारगेट से सिर्फ 15 हजार रुपये माँगते थे, ताकि पीड़ित व्यक्ति शर्मिंदगी से बचने के लिए बिना आनाकानी किए इनकी माँग पूरी कर दे और मामला तूल भी न पकड़े।
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में जाल बिछाकर आरोपित को गिरफ्तार किया गया। आरोपित के गुरुग्राम आने की सूचना एएसआई ब्रिजलाल और कॉन्सटेबल मिंटू को मिली थी। बरकत अली पलवल का रहने वाला है और उसने केवल हाईस्कूल तक पढ़ाई की है।