तमिलनाडु के एक स्कूल में नाबालिग छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। एक छात्रा के साथ यौन शोषण भी हुआ। यह सारा काम एक फर्जी NCC कैम्प के दौरान हुआ। मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और NTK पार्टी के एक कार्यकर्ता समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु के कृष्णागिरी में स्थित किंग्सले गार्डन्स मैट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल में यह घटना 9 अगस्त, 2024 को हुई। बताया गया कि इस दिन स्कूल में एक NCC का कथित कैम्प लगाया गया था। इसमें 41 बच्चों ने हिस्सा लिया था। इसी कैम्प में 17 छात्राएँ भी थी।
इसी कैम्प में 13 वर्षीय पीड़िता छात्रा ने भी हिस्सा लिया था। पीड़िता समेत सभी लड़कियों को स्कूल के एक ऑडिटोरियम में ठहराया गया था। इसी ऑडिटोरियम में लड़कों को भी ठहराया गया था। बताया गया कि पीड़िता बच्ची को इस कैम्प के एक संयोजक ने अकेले में बुलाकर उसका यौन शोषण किया। अन्य बच्चियों का भी यौन उत्पीड़न इस कैम्प में हुआ।
बच्ची ने इस संबंध में अपनी साथियों से बात की और इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक से शिकायत की। हालाँकि, स्कूल के प्रधानाध्यापक ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लिए बिना इस सबंध में चुप रहने को कहा। इसके बाद बच्चियों ने अपने परिजनों को इस संबंध में बताया।
बच्ची के परिजनों ने मामले को पुलिस के पास दर्ज करवाया जिसके बाद कार्रवाई चालू हुई। पुलिस की जाँच में पता चला कि इस पूरे मामले का मुख्य आरोपित सिवारमन इस कैम्प का संयोजक था। वह NTK पार्टी का सदस्य है। NTK आतंकी समूह LTTE की समर्थक रही है।
पुलिस जाँच में यह भी सामने आया कि यह NCC कैम्प फर्जी था। जिस स्कूल में NCC कैम्प आयोजित किया गया, वह NCC से सम्बद्ध नहीं है। आयोजकों ने स्कूल के प्रशासन को यह विश्वास दिलाया कि यदि वह NCC जैसा ही कैम्प आयोजित करते हैं तो उन्हें NCC मिल जाएगा।
मामले में पुलिस ने सिवारामन समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने स्कूल के प्रधानाध्यापक को भी मामला दबाने के लिए पकड़ा है। गिरफ्तार होने वालों के नाम सतीश कुमार, शिवरामन, जेनिफर, सैमसन वेस्ले, शक्तिवेल, सिंधु, सत्या और सुब्रमणि हैं।
मामले में स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आ गया है। स्थानीय बाल संरक्षण अधिकारी भी पीड़िताओं के बयान दर्ज करने की तैयारी में है। बाक़ी स्कूलों में भी यौन उत्पीड़न के प्रति जागरूकता के लिए भी अभियान चलाए जाएँगे। पुलिस भी और स्कूलों में ऐसे ही कैम्प लगने के एंगल पर जाँच कर रही है।