मुंबई के मीरा रोड स्थित जेपी इंफ्रा हाउसिंग सोसायटी में बकरीद से पहले बकरों के लाने पर विवाद खड़ा हो गया। हाउसिंग सोसायटी के निवासियों ने ऐसा करने वाले मुस्लिम जोड़े के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम परिवार पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
इस मामले की शुरुआत मंगलवार (27 जून 2023) को हुई। इस दिन मोहसिन शेख और उसकी बीवी यास्मीन खान बकरीद से पहले कुर्बानी के लिए दो सफेद बकरे अपार्टमेंट में ले जाते दिखे थे। CCTV में कैद इसका फुटेज सोशल मीडिया में वायरल भी है।
Ruckus in #MiraRoad high rise society ( Close to Mumbai) over #BakriEid pic.twitter.com/96ZjiCJQgA
— Sonu Kanojia (@NNsonukanojia) June 28, 2023
सोसायटी के निवासियों ने बकरियों को आवासीय परिसर से हटाने की माँग की। उनका कहना था कि वे आवासीय परिसर में बकरों की कुर्बानी नहीं होने देंगे। लेकिन मोहसिन और उसकी बीवी पर इस अपील का कोई असर नहीं पड़ा। मामले की सूचना पुलिस को दी गई, जिसने मौके पर पहुँचकर हालात को सँभाला। पुलिस ने सोसायटी निवासियों को समझाया कि ऐसा कोई कानून नहीं है जिसके तहत किसी को अपने घर में बकरे ले जाने से रोका जा सके। हालाँकि उन्होंने इतना जरूर कहा कहा कि अगर इन बकरों को सोसायटी या आपर्टमेंट के अंदर काटा गया तो आरोपित दम्पति पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मोहसिन के दुर्व्यवहार पर हुआ प्रदर्शन
मोहसिन और उसकी बीवी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस को बताया कि उन्हें न सिर्फ गालियाँ दी गईं, बल्कि महिलाओं के लिए भी अपमानजनक शब्द बोले गए। ऑपइंडिया से बात करते हुए निवासियों ने मोहसिन की हरकतों को सोसायटी के लिए समस्या बताया। उन्होंने कहा कि मोहसिन ने सोसायटी के कई नियमों को तोड़ा है। पहले आम सहमति थी कि कुर्बानी के लिए कोई भी पशु को लेकर बिल्डिंग में नहीं आएगा। निवासियों ने खुद को पीड़ित बताते हुए मुस्लिम दम्पति पर कानूनी कार्रवाई की माँग की।
मोहसिन ने तोड़े सोसायटी के नियम
सोसायटी के एक अन्य निवासी ने बताया कि बकरों को जान बूझकर बिल्डिंग में लाया गया। उनका दावा है कि ऐसा कर मोहसिन बाकी लोगों को अपनी ताकत दिखाना चाह रहा था। स्थानीय निवासी का दावा है कि सोसायटी में और भी मुस्लिम रहते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसी हरकत नहीं की। उन्होंने सोसायटी के उस नियम का पालन किया जिसके तहत आवासीय परिसर में जानवर लाने की मनाही है। लोगों का कहना है कि जेपी इंफ़्रा सोसायटी ने जानवरों को रखने के लिए पास में ही अलग से जमीन आवंटित कर रखी है। लेकिन मोहसिन बकरों को वहाँ नहीं रखना चाहता।
मोहसिन की बीवी ने दर्ज कराई FIR
मोहसिन ने सोसायटी वालों पर मारपीट का आरोप लगाया है। उसकी बीवी यास्मीन खान ने सोसायटी के 8 लोगों को नामजद किया है। इनके नाम आशीष त्रिपाठी, लाल सिंह, चंद्र सेन, अमित तिवारी, धर्मेंद्र सिंह, राम लखन सिंह, आनंद पटवारी और श्रीमंत शेखर हैं। इन सभी पर IPC की धारा 143, 147, 149, 354, 323, 341 और 504 के तहत FIR दर्ज हुई है। FIR में यास्मीन ने आरोप लगाया है कि सोसायटी के नामजद निवासियों ने उनके शौहर की गर्दन पड़की, छाती पर घूँसे मारे और धक्का दिया। यास्मीन ने आरोपित किए गए लोगों पर अपने कपड़ों को भी फाड़ने का आरोप लगाया।
वीडियो फुटेज में नहीं दिखी मारपीट
मोहसिन और उसकी बीवी यास्मीन के आरोपों को सोसायटी के अन्य निवासियों ने मनगढ़ंत करार दिया है। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। वीडियो में यास्मीन फोन पर किसी से बातचीत में मॉब लिंचिंग का आरोप लगा रही है। वीडियो में स्थानीय निवासी मुस्लिम दम्पति से सोसायटी में बकरों को लाने पर सवाल-जवाब करते दिख रहे हैं। इसी वीडियो में मोहसिन सोसायटी के लोगों को गालियाँ देता सुनाई दे रहा है।
Mohsin Khan and his wife were trying to play "mob lynching" victim card, and when the Society ppl made video to bust their Propaganda, Mohsin started abusing the Hindu members of the society to trigger the them so that someone hits him and he can play the victim card of "mob… pic.twitter.com/bBO0Jr5gqX
— The Right Wing Guy (@rightwing_guy) June 28, 2023
सोसायटी वालों ने यास्मीन के आरोपों को मनगढ़ंत बताया
ऑपइंडिया से बात करते हुए सोसायटी के लोगों ने यास्मीन द्वारा FIR में लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया। एक हिन्दू महिला ने बताया कि यास्मीन को किसी ने नहीं पीटा और उसके आरोप झूठे हैं। महिला ने सबूत के तौर पर CCTV फुटेज होने का दावा करते हुए कहा कि यास्मीन को किसी ने हाथ भी नहीं लगाया है। उन्होंने खुद को पीड़ित बताते हुए मोहसिन पर महिलाओं संग दुर्व्यवहार करने और गालियाँ देने का आरोप लगाया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक मोहसिन शिव सेना पार्टी से जुड़ा था, जिसे इस घटना के बाद से निकाल दिया गया है।
मुस्लिमों ने दे रखी थी बकरों को सोसायटी के अंदर बाँधने की चेतावनी
ऑपइंडिया के पास वो कॉपी मौजूद है जिसमें मोहसिन ने खुद माना है कि उसे जेपी इंफ्रा हाउसिंग सोसाइटी से बकरे रखने की अलग जगह मिली हुई थी। साल 2022 के बाद सोसायटी के एक नया प्रोजेक्ट बनने के कारण मुस्लिमों के लिए बकरे रखने की वो जगह नहीं बच पाई। थोड़े समय बाद सोसायटी के बगल जानवरों को रखने की एक और जगह आवंटित हुई। सोसायटी के मुस्लिमों ने बाहर जगह लेने से इनकार करते हुए कैम्पस के भीतर जगह माँगी थी। मुस्लिम निवासियों की तरफ से सोसायटी के अधिकारियों को यह धमकी मिली थी कि अगर उन्हें अंदर जगह नहीं दी गई तो वे बकरों को अपने आपर्टमेंट में ले जाएँगे।
भ्रम फ़ैलाने वालों में मोहम्मद जुबैर भी शामिल
इससे पहले कई वामपंथी संस्थानों की कुछ रिपोर्टों में मोहसिन का समर्थन करते हुए उसकी हरकत का विरोध करने वाले सोसायटी के निवासियों के लिए ‘असभ्य’ जैसे शब्द इस्तेमाल किए गए थे। कुछ इस्लामी समूहों ने यह भी दावा किया था कि बकरों को आपर्टमेंट में कुर्बानी के लिए नहीं लाया गया था। ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने भी सोसायटी को ही दोषी ठहरा दिया था।
Several News Channels have reported that Mohsin Khan, A resident of private housing colony Estella Society at Mira Road had brought goats to his flat for sacrificial purpose. This is Not true. He brought the animals to keep them at his flat till bakrid. All the residents would… pic.twitter.com/wbDHqA2rt8
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 28, 2023
जेपी इंफ़्रा ने दी बकरे बाँधने के लिए अलग से जमीन
ऑपइंडिया से बात करते हुए जेपी इंफ्रा सोसायटी के निवासी गीगराज कुमावत ने मोहसिन और उसकी बीवी यास्मीन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने मारपीट किए जाने के मुस्लिम जोड़े के दावों को मनगढ़ंत करार दिया। कुमावत के मुताबिक बिल्डर ने बकरों को रखने के लिए किराए पर एक जमीन ली थी। लेकिन मोहसिन की जिद उन्हें सोसायटी के अंदर रखने की थी। उन्होंने दावा किया कि मोहसिन ने पहले से बिल्डर को धमकी दे रखी थी कि वो बकरों को सोसाइटी में ही लाएगा।
गीगराज कुमावत ने हमें आगे बताया कि सोसायटी के बाकी लोग मोहसिन और उसकी बीवी द्वारा लगाए जा रहे झूठे आरोपों और दर्ज करवाई गई FIR से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि यास्मीन और उसके शौहर की हरकत से न सिर्फ सोसायटी की शांति भंग हुई है, बल्कि स्थानीय लोग यहाँ तक सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि वे भारत में हैं या पाकिस्तान में। पुलिस के मुताबिक मामले की जाँच की जा रही है और सोसायटी परिसर में बकरों की कुर्बानी नहीं होने दी जाएगी। लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की भी अपील की गई है।