पंजाब के अमृतसर से भगवान शिव की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। घटना 7 मार्च 2022 की है, जहाँ हरमंदिर साहिब के पास ही जागरण चल रहा था और वहाँ पर निहंग सिखों के वेश में पहुँचे हमलावरों ने भगवान शिव की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। बदमाशों की यह करतूत सीसीटीवी में कैद हो गई।
इस घटना को लेकर केस दर्ज कर लिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, हरमंदिर साहिब के पास कठेरिया बाजार है। यहीं पर जागरण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। 7 मार्च को सुबह 5:30 बजे का वक्त था, जागरण खत्म ही हुआ था कि निहंगों के रूप में पहुँचे असमाजाकि तत्वों ने बरछा (लांस) से भगवान शिव की मूर्ति पर हमला किया। ये आरोपित निहंग सिखों के रुप में मंच के पीछे सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए। बदगमाशों ने पहले शिव की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया और फिर मंच पर चले गए।
कुछ ही देर में और बदमाश आते हैं, इनमें से एक ने मूर्त पर बरछे से हमला किया। इस घटना को लेकर शिवसेना के नेता सुधीर सूरी बताते हैं कि जब बदमाश सेटअप में आए तो उन्होंने आयोजकों के साथ बदसलूकी की और गालियाँ दीं।
हिंदू संगठनों ने कार्रवाई की माँग की
इस घटना के बाद अखिल भारतीय हिंदू एकता मंच सामने आया है। हिंदू संगठन ने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। संगठन के अध्यक्ष विक्रम गंडोत्रा ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर सात दिनों के अंदर प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है तो वो हॉल गेट के बाहर धरना देंगे।
एक वीडियो जारी कर गंडोत्रा ने कहा, “बदमाश निहंग सिखों के भेश में आए थे। हालाँकि, वे कौन थे जाँच के बाद इसका खुलासा हो पाएगा। यह बहुत ही निंदनीय घटना है। भगवान एक ही हैं, लेकिन अपने स्वार्थ के कारण बदमाश इस तरह की घटनाएँ कर रहे हैं।” हिंदू नेता ने आगे कहा कि कानून केवल हिंदुओं के लिए बनाया गया है, तो दूसरा पक्ष कथित बेअदबी को लेकर उस व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर देता है। उन्होंने प्रशासन से एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई करने की माँग की है।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
इस घटना के बाद इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह ने हिंदुस्तान तहलका न्यूज चैनल को बताया, “पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही है। बदमाशों ने निहंगों का भेष धारण कर मूर्ति को नुकसान पहुँचाया है। मामले की जाँच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।”