मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक कास्टिंग काउच रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में प्रेम (कोड नेम) और 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग विज्ञापनों, वेब सीरिज और फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर स्ट्रगलिंग मॉडल और अभिनेत्रियों को देह व्यापार के धंधे में धकेलने का काम करते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स में मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) के एपीआई सचिन वेज के हवाले से बताया गया है कि ‘प्रेम’ कास्टिंग निर्देशक और फिल्म निर्माता है। मुखबिरों से सूचना मिली थी कि वह स्ट्रगल कर रही मॉडल और एक्ट्रेस को फिल्मों में रोल दिलाने का सपना दिखाकर अपने जाल में फँसाता है। उसके बाद उन्हें ब्लैकमेल कर वेश्यावृत्ति में धकेल देता है।
सचिन वेज ने बताया कि यह गिरोह कई वेबसाइटों का इस्तेमाल कर इस घिनौने खेल को अंजाम देता था। वेबसाइटों के जरिए ग्राहकों से संपर्क किया जाता था। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने इस पूरे गिरोह को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया। इसके तहत नकली ग्राहक बनकर अधिकारियों ने प्रेम के खाते में 2 लाख रुपए जमा करवाए।
जाल में आरोपितों को फँसता देख CIU ने सामाजिक सेवा (SS) शाखा के साथ मिलकर 19 जनवरी को जुहू के रमाडा प्लाजा होटल से प्रेम को एक महिला के साथ पकड़ लिया। बता दें, प्रेम के साथ पकड़ी गई महिला पश्चिम बंगाल के कोलकाता की रहने वाली है। उसे भी एक्ट्रेस बनाने के नाम पर इस धंधे में धकेल दिया गया था। कथिततौर पर पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपितों द्वारा बताए गए ठिकानों से 8 पीड़ित महिलाओं को भी रेस्क्यू किया।
मामले में जारी प्रेस नोट के मुताबिक, “प्रारंभिक जाँच में पता चला है कि इनके कब्जे से मुक्त कराई गई पीड़ित महिलाओं ने कई विज्ञापनों में मॉडल के रूप में काम किया है और विभिन्न फिल्मों, वेब सीरिज आदि में भी वे काम कर चुकी हैं। पीड़ितों ने बताया कि आरोपित मॉडलिंग और एक्टिंग कराने के नाम पर ‘समझौता’ करने को कहता था।”
प्रेम और अन्य दो महिलाओं के खिलाफ मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी, 370, 34 के साथ अनैतिक तस्करी अधिनियम (पीआईटीए) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों के पास से 5,59,000 रुपए नकद, 15 स्मार्टफोन और एक डस्टर कार बरामद की गई है।