मुंबई के सेवरी में पुलिस ने अबूबकर मोहम्मद अली शेख नाम के एक फकीर के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि अबूबकर मोहम्मद अली शेख लोगों की बीमारियाँ ठीक करने के नाम पर उन्हें झाँसा देता था, उनके नाम पर बकरे की कुर्बानी देता था, लाखों रुपए हड़पता था और फिर वो पैसे दरगाह में लुटाता था।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर में दिए नाम से साफ है कि ये धोखाधड़ी का काम ‘मुस्लिम फकीर’ करता था। लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी खबर में इसे ऐसे पेश किया है जैसे कोई ‘तांत्रिक’ इसे करता हो और उसी ने पीड़ितों को झूठ बोलकर उनसे धोखे से ‘बलि’ दिलवाई हो। हालाँकि, रिपोर्ट पढ़ेंगे तो साफ होगा कि हिंदुस्तान टाइम्स किस तरह से एक खबर में शब्दों की हेर-फेर से भ्रामक संदेश देने का प्रयास कर रहा है।
रिपोर्ट में दिए गए पुलिस वर्जन के अनुसार, आरोपित का पूरा नाम अबूबकर मोहम्मद अली शेख ही (32 वर्षीय) है। उसके खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की 406 धारा, 420 धारा और महाराष्ट्र रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा उसपर मानव कुर्बानी और अमानवीय, दुष्ट और अघोरी प्रथाएँ और काला जादू अधिनियम, 2013 के तहत भी केस दर्ज हुआ है।
रिपोर्ट में पुलिस के पास दर्ज शिकायत के हवाले से लिखा गया कि एक महिला के शरीर में हमेशा दर्द रहता था। कई डॉक्टरों से दिखवाने के बाद भी जब उसे आराम नहीं पड़ा तो उसने फकीर से बात की। फकीर ने उसे कहा कि वो पारंपरिक तरीकों से उसकी बीमारी का इलाज कर सकता है लेकिन इसके लिए वो 4 लाख रुपए लेगा और सोने के जेवर लेगा। इस क्रम में उसने एक बकरी की कुर्बानी भी दी। साथ ही पैसे लेकर दरगाह के बाहर बाँटे। इसके बाद उसने महिला को एक ताबीज दिया और कहा उसने ताबीज में की झाड़-फूँक की है। यह उसके लिए अच्छी किस्मत लेकर आएगा।
फकीर से मिलने के बाद महिला ने उससे घरेलू क्लेशों पर भी संपर्क करना शुरू कर दिया। महिला ने अपने एक रिश्तेदार को भी उस फकीर के पास भेजा क्योंकि वो व्यक्ति अपने बेटे को संयुक्त राष्ट्र भेजना चाहता था। इसके लिए उस फकीर ने उसके रिश्तेदार से 1.70 लाख रुपए लिए। इतना ही नहीं, धोखेबाज फकीर ने तो महिला के एक मित्र से ये भी कहा था कि वो कैंसर ठीक कर सकता है। फकीर ने उसे ये कहकर फँसाया था कि वो 12 दिन में मर जाएगा अगर उसके कहे अनुसार काम नहीं किया। इसके अलावा उसने शिकायतकर्ता के एक दोस्त से इसलिए भी पैसे ऐंठे थे क्योंकि उसका बच्चा रो रहा था और वो उसे चुप करवाने के लिए फकीर के पास चली गई थी।
लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के बाद जब लोगों को अपनी परेशानियों का समाधान नहीं मिला तो उन्होंने उस फकीर से सवाल किए, लेकिन फकीर ने उन्हें जवाब देने की बजाय या पैसे लौटाने की बजाय नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस तक फकीर की हरकतों की जानकारी पहुँची। उन्होंने मार्च 2023 से जनवरी 2024 के बीच हुई धोखाधड़ी के मामलों को दर्ज किया और सबूत इकट्ठे करने शुरू किए। पुलिस को इस दौरान पता चला कि पीड़ितों ने अब तक इस फकीर को 230 ग्राम सोना दिया है और 7 लाख रुपए दिए हैं।
"Tantrik ( ???) booked for duping women by offering a cure for cancer, helping secure US visa …
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) February 1, 2024
The victims lost 230 grams of gold and approximately ₹7 lakh."
He is also refered to as a "self-styled godman" by reporter @vinay_dalvi @HindustanTimes
Name of the person caught…
अब इसी खबर की सारी जानकारी रिपोर्ट करते हुए हिंदुस्तान टाइम्स ने शब्दों का खेल खेला। जिसपर सोशल मीडिया पर भी आपत्ति उठाई गई। लेखिका मधु पूर्णिमा किश्वर ने रिपोर्ट लिखने वाले रिपोर्टर विनय दालवी से पूछा है कि आखिर कोई अली शेख तांत्रिक कैसे हो सकता है। तंत्र तो हिंदू ज्ञान परंपरा का भाग है। क्या अगली बार कोई ऐसी खबर होगी जिसमें मौलवी रेप करता पकड़ा जाएगा तो उसे पुजारी लिख दिया गया।