पाकिस्तान से भारत T-20 वर्ल्ड कप में हार गया। वर्ल्ड कप में यह भारत की पहली हार है। अपने देश के लोग दुखी थे और हैं भी। दुश्मन देश यानी पाकिस्तान में जश्न है। कुछ लोग हालाँकि अपने यहाँ भी जश्न मना रहे थे – पटाखे फोड़ कर, नाच-गा कर… कुछ सोशल मीडिया पर प्यार जता कर। राजस्थान के उदयपुर में नीरजा मोदी स्कूल की एक टीचर नफीसा अटारी ने भी जश्न मनाया। स्कूल ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है।
खबर की शुरुआत होती है 24 अक्टूबर की रात से। भारतीय क्रिकेट टीम पर पाकिस्तान की जीत के साथ ही उदयपुर के नीरजा मोदी स्कूल की शिक्षिका नफीसा अटारी ने व्हाट्सएप पर स्टेटस डाला। इसमें लिखा था – “जीत गए, हम जीत गए (Jeeeet gayeeee… We wonnn)”
किसी ने नीरजा मोदी स्कूल की शिक्षिका नफीसा अटारी का यह व्हाट्सएप स्टेटस देख लिया। पूछ भी लिया – क्या आप पाकिस्तान का समर्थन करती हैं? पूछने वाले ने शर्मसार होने वाली इमोजी भी लगाई। मैडम ने बड़ी शान से जवाब दिया – हाँ।
नफीसा अटारी का व्हाट्सएप स्टेटस और सवाल-जवाब 25 अक्टूबर को वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल पूछने शुरू कर दिए कि अगर एक शिक्षिका खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन कर रही है तो वह अपनी कक्षा में क्या पढ़ाती होगी?
नफीसा अटारी स्कूल से निष्कासित
उदयपुर के नीरजा मोदी स्कूल ने मामले को संज्ञान में लिया। मैनेजमेंट ने नफीसा अटारी को स्कूल से ही निकाल दिया। स्कूल ने नोटिस जारी कर लिखा:
“नीरजा मोदी स्कूल की अध्यापिका नफीसा अटारी को सोजतिया चैरिटेबल ट्रस्ट की मीटिंग के निर्णय के अनुसार नीरजा मोदी स्कूल तुरंत प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है।”
ऑपइंडिया ने इस खबर की पुष्टि के लिए उदयपुर के नीरजा मोदी स्कूल से संपर्क किया। स्कूल ने पुष्टि की कि नफीसा अटारी की नौकरी को कल (25 अक्टूबर) की बैठक के दौरान समाप्त कर दिया गया था और बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही जानकारी सटीक है।
नफीसा का दावा – नहीं है पाकिस्तानी समर्थक
नफीसा अटारी ने दावा किया कि उनकी पोस्ट को “सही मायने में” लिया गया। नफीसा ने बताया कि भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान उनका परिवार दो टीमों में बँट गया था। प्रत्येक टीम ने दोनों देशों का समर्थन किया। उनके अनुसार उनकी टीम पाकिस्तान का समर्थन कर रही थी, इसलिए उन्होंने जीत के बाद व्हाट्सएप पर स्टेटस पोस्ट किया।
सफाई देते हुए नफीसा ने कहा, “मेरे फोन कॉन्टैक्ट में शामिल बच्चों के माता-पिता में से किसी एक ने मैसेज कर पूछा कि क्या मैं पाकिस्तान का समर्थन करती हूँ। मैंने हाँ कह दिया। मुझे लगा कि यह एक मजाक है क्योंकि मैसेज के अंत में एक इमोजी था।” नफीसा ने आगे दावा किया कि वह एक देशभक्त हैं और कभी भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर सकती हैं।