राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने आतंकी संगठन ISIS से कनेक्शन रखने वाले ज़ुहैब हमीद उर्फ़ शकील मन्ना को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित शकील मन्ना कुरान सर्किल समूह का एक प्रमुख सदस्य भी है। मन्ना पर आतंकी समूहों के लिए धन जुटाने और मुस्लिम युवाओं को चरमपंथ की तरफ धकेलने का आरोप है। NIA ने यह जानकारी 17 नवम्बर 2021 को एक प्रेसनोट के माध्यम से दी है।
NIA Arrests An ISIS Operative in Conspiracy of ISIS/ISIL/DAESH case (RC-33/2020/NIA/DLI) pic.twitter.com/ReggwiSJxU
— NIA India (@NIA_India) November 17, 2021
गिरफ्तार 32 वर्षीय शकील मन्ना बेंगलुरु का रहने वाला है। NIA ने इसके खिलाफ केस नंबर – RC 33 / 2020 / NIA . DLI के तहत केस दर्ज किया था। यह केस 19 सितम्बर 2020 में दर्ज हुआ था। इसमें शकील मन्ना के साथ तौकीर मोहम्मद, इरफ़ान नासिर और मोहम्मद शोएब को भी आरोपित किया गया था। NIA ने इस केस से अन्य तीन आरोपितों को पहले भी गिरफ्तार कर लिया था। इन सभी आरोपितों पर धारा 120 बी, 125 IPC के साथ UA (p) एक्ट के सेक्शन 17, 18 और 18 बी के तहत कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार 32 वर्षीय शकील मन्ना पूर्वी बेंगलुरु शहर के तिलक नगर का रहने वाला है। उसे कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी है।
ज़ुहैब मन्ना मुस्लिम युवाओं को भड़काने के लिए सीरिया की वीडियो दिखा कर वहाँ मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार की बात करके उन्हें भड़काता था। शकील मन्ना पिछले साल से ही फरार चल रहा था। पिछले वर्ष इसे दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतरर्राष्ट्रीय हवाई अड़े से 17 नवम्बर को गिरफ्तार किया गया था। उस समय मन्ना सऊदी अरब के दम्माम से वापस आया था। जाँच में यह भी प्रकाश में आया था कि क़ुरान सर्किल के माध्यम से मुस्लिम युवाओं को सीरिया भेजा गया था। बताया जा रहा है कि साल 2013 में आरोपित तौकीर मोहम्मद ने अपने साथियों संग सीरिया की यात्रा की थी। वहाँ उसने दाएश नेतृत्व को भारतीय मुस्लिमों के समर्थन की घोषणा की थी।
कुरान सर्किल की जाँच NIA ने केस नंबर RC-11/2020/NIA/DLI के तहत की थी। यह जाँच इस्लमिक स्टेट खोरासन से संबंधित थी। इसी जाँच के दौरान NIA ने बंगलुरु के डॉक्टर अब्दुर रहमान उर्फ़ डॉक्टर ब्रेव को गिरफ्तार किया था। अब्दुर रहमान सोशल मीडिया एप बनाया करता था। इन एप के माध्यम से वो सीरिया में ISIS लड़ाकों की भर्ती करता था।
जाँच के दौरान एक पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया था। इस मामले में हुए खुलासे के अनुसार अहमद अब्दुल, इरफ़ान नासिर और कुछ और लोग मिल कर एक समूह चला रहे थे। इस समूह का नाम हिज़्ब उत तहरीर था। इन सभी ने मिल कर एक ग्रुप बना रखा था जिसको इन्होने कुरान सर्किल का नाम दिया था। इस ग्रुप में आतंकी समूह ISIS से जुडी गतिविधियाँ संचालित की जाती थीं। NIA ने पिछले माह भी अहमद अब्दुल और इरफ़ान नासिर को तमिलनाडु के रामनाथपुरम और बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। अहमद अब्दुल बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर चेन्नई में काम करता था। दूसरा आरोपित नासिर चावल का व्यापारी था।