पटना के फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) की टीम गुरुवार (28 जुलाई 2022) सुबह से ही बिहार में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। एनआईए द्वारा UAPA के तहत मामला दर्ज करने और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के पाँच संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लगभग एक सप्ताह बाद पूर्वी चंपारण, दरभंगा (Dharbhanga), मोतिहारी (Motihari) और नालंदा (Nalanda) में छापा मारा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन जगहों पर छापेमारी की जा रही हैं, ये सभी लोग सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से जुड़े हैं। इस दौरान कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लेने की खबर है।
बताया जा रहा है कि एनआईए (NIA) की टीम मोतिहारी के चकिया के कुआंवा गाँव में PFI का जोनल सेक्रेटरी रियाज मारूफ उर्फ बबलू के घर पर पहुँची, जहाँ उससे जुड़े लोगों के आतंकी कनेक्शन तलाश की जा रही है। आरोप है कि रियाज PFI का मास्टर ट्रेनर है। हालाँकि, रियाज अभी फरार है। उसके घर से क्या-क्या बरामद हुआ है, एनआईए ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है।
वहीं, दरभंगा में भी PFI के सदस्यों के घर छापेमारी जारी है। यह छापेमारी लहेरियासराय थाना क्षेत्र के उर्दू बाजार में नूरुद्दीन जंगी और सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र में मोहम्मद मुस्तकिम और मोहम्मद सनाउल्लाह के घर पर की गई। नूरुद्दीन जंगी के घर 3 घंटे तक छापेमारी चली।
Nuruddin Jungi के घर Darbhanga में 3 घंटे चली NIA की Raid#PatnaTerrorModule #NuruddinJungi #NIA #Raid pic.twitter.com/lHAm1z5ras
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) July 28, 2022
नूरुद्दीन लखनऊ से पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। उससे मिले सुराग के बाद अब NIA की टीम पाकिस्तान से जुड़े आतंकी कनेक्शन की जाँच में जुटी है। 18 जुलाई 2022 को बिहार पुलिस का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ जवान नुरुद्दीन जंगी के साथ सत्तू पीते नजर आ रहे थे।
जंगी एक वकील है और कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI का सक्रिय सदस्य है। जंगी को पेशी के लिए पटना कोर्ट लाया गया था। इस दौरान उसे पुलिसकर्मियों के साथ आराम से बात करते और सत्तू पीते देखा गया था। बता दें कि फुलवारी शरीफ (Phulwari Connection) थाने में 26 लोगों के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
क्या है मामला
बिहार की पटना पुलिस ने 13 जुलाई 2022 को फुलवारी शरीफ से आतंकी गतिविधियों में शामिल मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को गिरफ्तार किया था। दोनों मार्शल आर्ट्स सिखाने के नाम पर युवकों का ब्रेन वॉश कर रहे थे और उन्हें हथियार चलाना सिखा रहे थे।
फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार सिन्हा ने इस संबंध में बताया था कि भारत विरोधी गतिविधि में संलिप्त लोग 2 माह से इनसे अलग-अलग जगहों से मिलने आते थे और अपनी टिकट व होटल की बुकिंग किसी और नाम से करते थे।
पुलिस को इनके पास से 8 पन्नों का दस्तावेज मिला था। इसमें साल 2047 तक भारत को इस्लामी देश बनाने की साजिश दर्ज थी। इस दस्तावेज में लिखा था कि यदि 10 फीसदी मुस्लिम आबादी PFI के साथ आ जाए तो कायर हिंदुओं को घुटने पर ला दिया जाएगा और उनसे इस्लाम कबूल करवाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के पटना यात्रा को लेकर सतर्कता की वजह से इस देश विरोधी इस गतिविधि का खुलासा हुआ था।