सिंघु-कुंडली बॉर्डर पर दलित युवक लखबीर सिंह की 15 अक्टूबर 2021 को निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। निहंग सिखों पर उसकी हत्या का आरोप है। इस मामले में गिरफ्तार निहंगों में सरबजीत सिंह भी है। रिपोर्टों में बताया गया था कि इस मामले में गिरफ्तार अन्य निहंग नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह ने 17 अक्टूबर को कोर्ट के सामने यह कबूल किया था लखबीर की हत्या उन्होंने ही की थी। नारायण सिंह ने कहा था कि उसने टाँग काटी थी, सरबजीत ने हाथ का पंजा काटा था और गोविंद सिंह एवं भगवंत सिंह ने लखबीर को बैरिकेडिंग पर टाँगा था।
इस मामले में सबसे पहले निहंग सरबजीत गिरफ्तार हुआ था। द इंडियन एक्सप्रेस ने पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि सरबजीत का लखबीर के साथ संपर्क था। दोनों पहले से ही परिचित थे। कथित तौर पर सरबजीत अक्सर पंजाब के तरनतारन स्थित लखबीर के गाँव चीमा कलां भी जाया करता था। रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि लखबीर को लेकर सरबजीत ही प्रदर्शन स्थल पर आया था।
इस हत्याकांड की जाँच हरियाणा पुलिस कर रही है। कई किसान नेताओं ने इस घटना के पीछे आंदोलन को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया है। इसके बाद अब पंजाब सरकार ने SIT का गठन किया है। पंजाब सरकार द्वारा गठित SIT का नेतृत्व ADGP वरिंदर कुमार कर रहे हैं।
इससे पहले मृत लखबीर के घर वालों ने भी कहा था कि वह सिंघु बॉर्डर तक जाने में सक्षम ही नहीं था। कुछ अज्ञात लोग उसे वहाँ लेकर गए थे। परिवार ने इन आरोपों पर आपत्ति जताई थी कि लखबीर ने धर्मग्रंथ का अपमान किया था। उनके अनुसार लखबीर एक धार्मिक प्रवृत्ति का इंसान था। वो किसी धर्म का अपमान कर ही नहीं सकता था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार आरोपित निहंग सरबजीत मात्र 6 वर्ष की ही उम्र में अपने मामा के साथ उनके गाँव गुरुदासपुर स्थित खुजाला में रहने लगा था। सरबजीत के पिता की उम्र 75 वर्ष और माँ की आयु 70 वर्ष है। ये दोनों बगल के गाँव विठवां में रहते हैं। कक्षा 10 पास कर सरबजीत दुबई चला गया था। वहाँ वो लगभग 5 वर्ष रहा।
इस दौरान सरबजीत के मामा बटाला के सुखमनी कॉलोनी में आ र रहने लगे थे। दुबई से लौट कर सरबजीत फिर से अपने मामा के साथ रहने लगा। साल 2007 में सरबजीत की शादी भी हुई थी। लेकिन 10 वर्षों बाद 2017 में उसका तलाक हो गया। इसी साल 2017 में सरबजीत नांदेड़ में हुजूर साहिब गया और वही औपचारिकताएँ पूरी कर निहंग बन गया।
अंतिम बार 2 साल पहले सरबजीत बटाला आया था। वहाँ वह अपने चाचा के बेटे की शादी में शामिल हुआ। सरबजीत का एक भाई है जिसकी उम्र 45 वर्ष है। वो मानसिक रूप से विक्षिप्त है और विथवान में रहता है। सरबजीत की 3 बहनें भी हैं जो विवाहिता हैं।