अयोध्या में एक तरफ जहाँ राम मंदिर के निर्माण को लेकर 5 अगस्त को भूमिपूजन की तैयारियाँ हो रही है। वहीं मस्जिद निर्माण की भी कवायद शुरू हो गई है। रौनाही में मिली जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए आज बुधवार (29 जुलाई, 2020) को ट्रस्ट का गठन कर लिया गया है। यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड संस्थापक ट्रस्टी बना है और इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे।
ट्रस्ट की जानकारी देते हुए, बोर्ड के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी ने बताया कि बोर्ड ने अयोध्या के धन्नीपुर गाँव में आवंटित की गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद, इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और अस्पताल के निर्माण के लिए ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ नाम से एक ट्रस्ट बनाया है।
बोर्ड के एक आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य होंगे। जिसमें उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड इसका संस्थापक ट्रस्टी होगा।
फारूकी ने बताया कि 15 सदस्यों में नौ के नाम घोषित किए गए हैं। बोर्ड खुद इसका संस्थापक ट्रस्टी होगा और बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी इसके पदेन प्रतिनिधि होंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा वह खुद इस ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी और अध्यक्ष होंगे। बोर्ड के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया है।
ट्रस्ट के सदस्यों नाम इस प्रकार है:-
1- सुन्नी वक्फ बोर्ड सीईओ- फाउंडर ट्रस्टी
2- जुफर अहमद फारुकी- चीफ ट्रस्टी/अध्यक्ष
3- अदनान फारुख शाह, गोरखपुर- ट्रस्टी/उपाध्यक्
4- अतहर हुसैन, लखनऊ- ट्रस्टी/सचिव
5- फैज आफताब, मेरठ- ट्रस्टी/कोषाध्यक्ष
6- मोहम्मद जुनैद सिद्दीकी, लखनऊ- सदस्य
7- शेखर सउद्दुज्जमान, बांदा- सदस्य
8 मोहम्मद राशिद, लखनऊ- सदस्य
9- इमरान अहमद, लखनऊ- सदस्य
मस्जिद निर्माण ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ट्रस्ट के आधिकारिक प्रवक्ता भी होंगे। वहीं ट्रस्ट शेष छह लोगों का चुनाव जल्द ही करेगा।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 9 नवंबर को राम जन्मभूमि विवाद में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने और मस्जिद के निर्माण के लिए अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। इसके अनुपालन में अयोध्या जिले की सोहावल तहसील स्थित धन्नीपुर गाँव में 5 एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड को दी गई थी।
वक्फ बोर्ड ने उस जमीन पर मस्जिद के साथ-साथ इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, अस्पताल और पुस्तकालय बनाने का ऐलान किया था। यह तमाम निर्माण कैसे होगा, इस बारे में फैसला लेने के लिए इस ट्रस्ट का गठन किया जाना था। माना जा रहा है कि ट्रस्ट भी अगले महीने मस्जिद निर्माण कार्य शुरू कर सकता है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएँगे। पाँच अगस्त को पीएम मोदी करीब 3 घंटा रामनगरी अयोध्या में रहेंगे। भूमि पूजन के बाद वे अयोध्या में पर्यटन पर भी कार्यक्रम देखेंगे।