Wednesday, November 6, 2024
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किसी को डरने की ज़रूरत नहीं, पुलिस बल की कमी नहीं है: दिल्ली में सड़क पर उतरे NSA अजीत डोभाल

डोभाल ने बताया कि स्थिति एकदम नियंत्रण में है और लोग पूर्णतः संतुष्ट हैं। उन्होने कहा कि पुलिस ग्राउंड पर अपना कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि एक बार स्थिति शांत हो जाए, सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दिल्ली में ज़मीन पर उतर चुके हैं। मौजपुर इलाक़े में घूम कर उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए। डोभाल ने जनता को आश्वासन दिया है कि दिल्ली में ज़मीन पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं और किसी को भी अब डरने की ज़रूरत नहीं है। दिल्ली में भड़की हिंसा में अब तक 200 लोग घायल हुए हैं और 22 लोगों की मौत की ख़बर है। गोकुलपुरी पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल और आईबी अधिकारी अंकित शर्मा को भी दंगाइयों ने मार डाला।

डोभाल ने बताया कि स्थिति एकदम नियंत्रण में है और लोग पूर्णतः संतुष्ट हैं। उन्होने कहा कि पुलिस ग्राउंड पर अपना कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि एक बार स्थिति शांत हो जाए, सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा।

मंगलवार (फरवरी 25, 2020) की रात भी डोभाल ने कई इलाक़ों का दौरा करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया था कि जो क़ानून सम्मत चलने वाले नागरिक हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जाएगा। नीचे संलग्न किए गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि डोभाल अधिकारियों सहित हिंसा से प्रभावित क्षेत्र मौजपुर का दौरा कर रहे हैं:

दिल्ली में सीएए के ख़िलाफ़ भड़की हिंसा में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से भी ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हाईकोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई हुई है। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि सभी मारे गए लोगों का ससम्मान अंतिम संस्कार किया जाए और साथ ही मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और एक हेल्पडेस्क बनाया जाए। हाईकोर्ट ने कहा है कि सरकार कई शेल्टर्स स्थापित करे, जहाँ दवाओं और कम्बल सहित अन्य सुविधाओं की उपलब्धता हो। हाईकोर्ट ने कहा है कि 1984 दंगे जैसी स्थिति न आए, इसका ध्यान रखा जाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि ज़मीन पर एजेंसियाँ शांति-व्यवस्था बहाल करने के लिए लगातार लगी हुई है। दिल्ली हाईकोर्ट में कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर के बयानों का वीडियो भी चलाया गया। हालाँकि, एसजी तुषार मेहता ने साफ़ कर दिया कि इनका दिल्ली में हुई हिंसा से कोई प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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