मृत शरीर के भी कुछ अधिकार होते हैं, सम्मानजनक अंतिम संस्कार के। दुर्भाग्य से, भारत देश में ये आतंकियों को तो सहज उपलब्ध है लेकिन बेचारे हिन्दुओं को नहीं।
मुर्शिदाबाद हिंसा में हिंदुओं के घरों के बाहर काली स्याही से निशान बनाए गए थे। मुस्लिम भीड़ जब हिंसा करने पहुँची तो काली स्याही वाले घरों पर ही धावा बोला, आग लगाई और बम फेंका
युसूफ पठान की फोटो देखने के बाद लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या टीएमसी सांसद ये दिखाना चाहते हैं कि मुर्शिदाबाद में जो हिंदुओं के साथ हो रहा है उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता?