बिहार के समस्तीपुर जिले में एक शर्मनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक डॉक्टर और उसके दो दोस्तों द्वारा नर्स के साथ बलात्कार करने की कोशिश की गई। इस घटना में नर्स ने बहादुरी दिखाते हुए ऑपरेशन के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले ब्लेड से डॉक्टर का प्राइवेट पार्ट काट दिया। घटना के बाद नर्स किसी तरह से अस्पताल से भागी और पुलिस को सूचित किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये वारदात बुधवार (11 सितंबर 2024) की रात को समस्तीपुर के आरबीएस हेल्थ केयर सेंटर (निर्माणाधीन अस्पताल) में घटी। पीड़ित नर्स बीते 10-15 महीने से इस अस्पताल में काम कर रही थी। बुधवार की रात, अस्पताल में कोई मरीज नहीं था और डॉक्टर संजय कुमार अपने दो दोस्तों के साथ शराब पी रहा था। उन्होंने नर्स को बुलाया और शराब के नशे में तीनों ने नर्स के साथ बलात्कार करने की कोशिश की। अपनी जान बचाने के लिए नर्स ने ऑपरेशन थिएटर में मौजूद ब्लेड से डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर हमला किया, जिससे डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हमले के बाद, तीनों आरोपियों ने उसे छोड़ दिया और नर्स अस्पताल से भागने में सफल रही।
एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की पहचान बेगूसराय जिले के तेघरा थाना क्षेत्र के निवासी डॉक्टर संजय कुमार, पुत्र- स्वर्गीय रामभजन सिंह के रूप में हुई है। वहीं, डॉक्टर के दो अन्य साथी सुनील कुमार गुप्ता (वैशाली जिले के बलिगाँव थाना क्षेत्र निवासी) और अवधेश कुमार (समस्तीपुर के बंगरा थाना क्षेत्र निवासी) हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात मुसरीघरारी थाना के थानाध्यक्ष फैजुल अंसारी को डायल 112 के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली। पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें मुसरीघरारी थानाध्यक्ष के नेतृत्व में जाँच की गई। पुलिस की टीम जब मौके पर पहुँची, तो पीड़ित नर्स पास के खेत में छिपी हुई मिली।
नर्स ने खेत में छिपते हुए पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और नर्स द्वारा बताई गई जानकारी के आधार पर आरबीएस हेल्थ केयर सेंटर पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस ने मौके से आधी बोतल शराब, एक कार, खून से सना हुआ ब्लेड, लुंगी, बेडशीट, और तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त किए। पुलिस ने यह भी बताया कि शराब पीने के संबंध में अलग से मामला दर्ज किया जा रहा है।
घायल डॉक्टर संजय कुमार और उसके दोनों साथियों सुनील कुमार गुप्ता और अवधेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। डॉक्टर को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। एसडीपीओ पांडेय के अनुसार, डॉक्टर और उसके साथी नशे की हालत में थे और उन्होंने नर्स के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी।
नर्स ने पुलिस को बताया कि उसने खुद को बचाने के लिए डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर ब्लेड से वार किया। इस कार्रवाई के बाद तीनों आरोपितों ने उसे छोड़ दिया और वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहाँ से भागने में सफल रही। नर्स ने खेत में छुपकर पुलिस को फोन कर घटना की सूचना दी। इसके बाद पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुँचकर जरूरी साक्ष्य एकत्र किए। घटना स्थल से मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने बलात्कार के प्रयास और अवैध शराब सेवन के संबंध में मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले की जाँच को तेजी से आगे बढ़ा रही है और सभी कानूनी प्रक्रियाएँ पूरी की जा रही हैं। एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
समस्तीपुर की यह घटना एक दर्दनाक और चिंताजनक घटना है, जिसमें एक नर्स ने अपनी इज्जत बचाने के लिए एक खतरनाक कदम उठाया। डॉक्टर और उसके दोस्तों की इस शर्मनाक हरकत ने फिर से यह साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सुधार की आवश्यकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी सराहनीय है, लेकिन इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को कैसे रोका जाए और उन्हें सुरक्षित माहौल कैसे प्रदान किया जाए।