संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के 1 सितंबर से लागू होने के बाद से नियम तोड़ रहे लोगों पर भारी जुर्माने की खबरें बढ़ती ही जा रही हैं। लेकिन लोगों के लाख नाराज़गी जाहिर करने के बाद भी न ही केंद्र सरकार नियमों में ढिलाई करने के मूड में दिख रही है, न ही (अधिकाँश) राज्य सरकारें नियमों को लागू करने में ढिलाई के। ताज़ातरीन मामला ओडिशा के सम्भलपुर जिले का है, जहाँ एक ट्रक ड्राइवर द्वारा दिया गया जुर्माना नए नियमों के हिसाब से अब तक का सबसे भारी जुर्माना भरने वाला साबित हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल रसीद के मुताबिक अशोक जाधव ने ₹70,000 का अर्थ-दंड पिछले हफ्ते चुकाया है। पूरा जुर्माना तो ₹86,500 का था, लेकिन 5 घंटों की मनुहार करने के बाद जाधव ने ₹70,000 चुका कर जान बचाई। मामला 3 सितंबर का है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ट्रक पर एक JCB मशीन लदी हुई थी।
₹1 करोड़ कुल जुर्माना वसूल चुका है ओडिशा
ओडिशा में 4 हजार से अधिक चालान कट चुके हैं। यही नहीं, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक नियम लागू होने के पहले चार दिनों में ओडिशा ने करीब ₹1 करोड़ के आस-पास (₹88 लाख) का जुर्माना वसूला है, जो कि पूरे देश में उच्चतम है। इस मामले के पहले भी ओडिशा के भुवनेश्वर में एक ऑटो-चालक पर कई सारे ट्रैफिक नियम (बिना लाइसेंस गाडी चलाने, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट न होने, इंश्योरेंस सर्टिफिकेट न होने और शराब पी कर गाड़ी चलाने) तोड़ने के लिए ₹47,500 का जुर्माना किया गया था। उस मामले में तो चालक ने यह कहकर चालान भरने से इंकार कर दिया कि उसने एक हफ्ते पहले ही वह ऑटो महज़ ₹26,500 में खरीदा था, और उसके पास इतने भारी जुर्माने के लिए पैसे नहीं हैं।
लोगों की समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार ने इस बाबत एक कॉल सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है। राज्य के वणिज्य और परिवहन सचिव जी श्रीनिवास ने मीडिया को जानकारी दी कि यह कॉल सेंटर कटक के परिवहन आयुक्त के दफ्तर में खुलेगा, और सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक इस पर बात हो सकेगी।