अयोध्या में भगवान राम का मंदिर श्रद्धालुओं को खोल दिया गया है। यहाँ भगवान का दर्शन करने के लिए ना सिर्फ देश के कोने-कोने से लोग आ रहे हैं, बल्कि दुनिया भर के लोग अयोध्या आकर अपना श्रद्धा सुमन चढ़ा रहे हैं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी 250 लोगों ने अयोध्या आकर सरयू में स्नान किए भगवान राम के दर्शन किए। इसके साथ ही प्राचीन मंदिरों के भी दर्शन किए।
पाकिस्तान के लगभग 30 शहरों के 250 सिंधी श्रद्धालुओं ने रामलला का दर्शन-पूजन किया। ये श्रद्धालु हनुमानगढ़ी, कनकभवन, भरत की तपस्थली नंदीग्राम भी पहुँचे। श्रद्धालुओं के इस समूह का संयोजन छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित प्रसिद्ध शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर साईं डॉक्टर युधिष्ठिर लाल ने किया।
इस अवसर पर साईं युधिष्ठिर लाल ने कहा कि जिस तरह पाँच सौ वर्षों के बाद रामजन्मभूमि मिली और वहाँ भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ है, उसी तरह सिंध प्रांत भी एक दिन भारत का हिस्सा बनेगा। इससे पूर्व अयोध्या सिंधी समाज एवं सिंधी सेंट्रल पंचायत की ओर से श्रद्धालुओं का स्वागत भी किया गया।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जरवार गाँव से आए गोविंद राम माखेजा ने बताया कि भारत में पूरी तरह से शांति है। लोग देर रात तक सड़कों पर घूम रहे हैं। व्यापार कर रहे हैं। सभी त्योहार धूमधाम और आस्था के साथ मनाए जाते हैं। शोभा यात्राएँ निकाली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में उन्हें ऐसे खुलकर त्योहार मनाने की आजादी नहीं है।
सिंध के ही मीरपुर मथेलो के रहने वाले ओमप्रकाश ने कहा कि पाकिस्तान में हमेशा डर का माहौल रहता है। भारत में बहू-बेटियाँ सुरक्षित हैं, लेकिन पाकिस्तान में शाम को लड़की घर नहीं लौटी तो अनहोनी का खौफ सताने लगता है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण से पाकिस्तान के सिंधी समुदाय में उत्साह है।
भारत और पाकिस्तान के माहौल में जमीन-आसमान का फर्क बताते हुए ओम प्रकाश ने कहा कि भारत का माहौल खुशनुमा है। वहीं, सिंध प्रांत के लरकाना से आए अजीत मल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के आने से भारत की तकदीर और तस्वीर बदली है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में महँगाई अपने चरम पर है।