असम में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। ऐसे में वहाँ माहौल बिगाड़ने के लिए रांगिया जिले के गोरुकुची क्षेत्र में असामाजिक तत्वों ने सड़क के किनारे पाकिस्तान का झंडा फहरा दिया। घटना 1 अप्रैल सुबह की है। उस दौरान विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण के तहत मतदान चल रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी झंडा बाँस के डंडे से बाँध कर मिट्टी के ऊँचे टीले पर लगाया गया था।
इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। पार्टियाँ एक-दूसरे को इसके लिए आरोपी ठहराने में जुटी हुई हैं। विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह इसके लिए मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। जबकि यह किसने किया, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
लोगों ने पाकिस्तानी झंडा जला निकाला गुस्सा
इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि गोरुकुची के लोगों के बीच सांप्रदायिक फूट डालने के लिए यह घटिया काम किया गया है। एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि रांगिया के लोग हर समुदाय के साथ शांति के साथ रहते हैं। इसलिए पाकिस्तानी झंडे वाली बात वोटों के लिए लोगों को बाँटने की साजिश मात्र है।
Enemy inside. A Pakistani flag found unfurled on a small bamboo stick at Rangia Assam by some anti-social, anti-india people. Flag was set on fire by angry local residents. Local residents came out and vent out their anger by shouting “#Pakistan Murdabad”. pic.twitter.com/JkPouzftk7
— Nandan Pratim Sharma Bordoloi 🇮🇳 (@NANDANPRATIM) April 1, 2021
एक स्थानीय नागरिक ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “जब हम यहाँ आए तो यह झंडा लहरा रहा था। हम रांगिया के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि कौन सी पार्टी इस तरह का काम कर सकती है।”
पाकिस्तानी झंडा मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने इस झंडे को जला दिया। इस दौरान स्थानीय नागरिकों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
#VIDEO | A Pakistani flag was found unfurled in Gorkuchi area of Rangia, #Assam.
— G Plus (@guwahatiplus) April 1, 2021
Watch full video here: https://t.co/zunQqAoqkP#AssamAssemblyElections2021 #AssamElections2021withGPlus #Pakistan pic.twitter.com/XOJeqEs4bK
गौरतलब है कि रांगिया कामरुप जिले में स्थित छोटा सा गाँव है। 2011 की जनगणना के मुताबिक यहाँ की जनसंख्या 26,389 है। यह स्थान श्रीपुर देवालय मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि देवी सती के शरीर का भाग यहाँ गिरा था। तभी से यह स्थान शक्तिपीठ के रूप में विख्यात है।