Monday, November 18, 2024
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तमिलनाडु में गवर्नर हाउस पर फेंका बम, बमबाजी में समय से पहले रिहाई नहीं होने पर था नाराज: BJP ऑफिस और थाने पर भी कर चुका है हमला

इतना ही नहीं, विनोद ने साल 2015 में सरकार द्वारा संचालित TASMAC शराब की दुकान पर भी बम फेंका था। इसी साल 2017 में तेन्नमपेट पुलिस स्टेशन के सामने पेट्रोल बम फेंके थे। जानकारी के मुताबिक, करुक्का विनोद आदतन अपराधी है। उस पर 14 केस दर्ज हैं, जिसमें 4 हत्या की कोशिश जैसे गंभीर मामले भी हैं।

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित राजभवन के मुख्य द्वार पर एक शख्स ने दो पेट्रोल बम फेंक दिए। यह शख्स एक हिस्ट्रीशीटर है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना बुधवार (25 अक्टूबर 2023) को दोपहर करीब 2:45 बजे हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपित ने राजभवन के विपरीत दिशा से पेट्रोल बम फेंके।

हालाँकि, ये दोनों बम नहीं फटे और मुख्य द्वार के सामने लोहे के बैरिकेड के पास सड़क पर गिर गए। राजभवन पर पेट्रोल बम फेंकने के बाद हमलावर भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे पुलिसकर्मियों ने पीछा करके गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान करुक्का विनोद के रूप में हुई है। उसके पास से दो जिंदा बम भी बरामद हुए हैं।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने बताया, “कोई आग नहीं लगी… केवल बत्ती पर कुछ लौ थी। पेट्रोल की बोतल गिरकर टूट गई। उसे पकड़ लिया गया है और उसके पास कुछ और बोतलें मिलीं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। घटना को अंजाम देने से विनोद ने शराब पी थी।” सिन्हा ने बताया कि हमले के मकसद के बारे में पता लगाया जा रहा है।

राज्यपाल के फैसले से खफा था विनोद

रिपोर्ट के मुताबिक, करुक्का विनोद तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि से खफा था। दरअसल, जेल में रहते हुए विनोद ने समय से पहले रिहाई की माँग करते हुए राज्यपाल के पास एक याचिका भेजी थी। इस याचिका को राज्यपाल ने खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं, राज्यपाल द्वारा मुस्लिम कैदियों को रिहा नहीं करने से भी वह नाराज था।

उसने बताया कि इन दोनों कारणों से वह राज्यपाल से बदला लेना चाहता था और उसने इसी वजह से बम फेंका। दरअसल, विनोद तीन दिन पहले ही जेल से बाहर आया है और मौका पाते ही राज्यपाल को निशाना बनाने के लिए राजभवन पर हमला कर दिया। उसके पास कुल 4 बम थे। इसमें से दो बम फेंक दिए। बाकी दो बम बरामद हो गए हैं।

राजभवन ने की हमले की निंदा

घटना के बाद से पूरे इलाके की सीसीटीवी फुटेज की भी जाँच की जा रही है, ताकि किसी अन्य संदिग्ध की पहचान की जा सके। तमिलनाडु राजभवन ने हमले की निंदा की है और कहा है कि यह एक ‘गंभीर सुरक्षा उल्लंघन’ है। राजभवन ने घटना की भी जाँच और सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की माँग की है।

ग्रेटर चेन्नई पुलिस कमिश्नर के यहाँ इस हमले की शिकायत दर्ज कराई गई है। राज्यपाल के उप सचिव द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि लगातार गंदी-गंदी गालियाँ देकर और जान से मारने की धमकी देते हुए राज्यपाल पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। इसके लिए तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी पर सवाल उठाए गए हैं।

शिकायत में कहा गया है, “माननीय राज्यपाल पर ये मौखिक हमले और धमकियाँ ज्यादातर डीएमके और उसके सहयोगियों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक बैठकों में और उनके सोशल मीडिया के माध्यम से की गई हैं।” शिकायत में राज्यपाल पर पिछले हमलों का भी विवरण दिया गया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इन सब मामलों में राजभवन ने शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कभी भी FIR दर्ज नहीं की गई और ना ही अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

राजभवन पर पेट्रोल बम फेंकने की घटना पर तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई ने तमिलनाडु सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राजभवन पर पेट्रोल बम फेंका जाना तमिलनाडु में कानून व्यवस्था की वास्तविक स्थिति को दर्शाता है। भाजपा नेता ने कहा कि डीएमके सरकार में राज्य भर के अपराधी सड़कों पर उतर आए हैं।

भाजपा दफ्तर से लेकर पुलिस स्टेशन तक पर फेंक चुका है बम

तेनाम्पेट के रहने वाले 42 साल के विनोद का आपराधिक इतिहास है। उसने फरवरी 2022 में चेन्नई स्थित भाजपा कार्यालय पर भी पेट्रोल बम फेंका था। पूछताछ में उसने बताया था कि वह NEET परीक्षा को लेकर भाजपा के स्टैंड से दुखी था। इसके विरोध में उसने भाजपा ऑफिस पर बम फेंका था।

इतना ही नहीं, विनोद ने साल 2015 में सरकार द्वारा संचालित TASMAC शराब की दुकान पर भी बम फेंका था। इसी साल 2017 में तेन्नमपेट पुलिस स्टेशन के सामने पेट्रोल बम फेंके थे। जानकारी के मुताबिक, करुक्का विनोद आदतन अपराधी है। उस पर 14 केस दर्ज हैं, जिसमें 4 हत्या की कोशिश जैसे गंभीर मामले भी हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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