बिहार के भागलपुर (Bhagalpur Blast, Bihar) जिले में गुरुवार (3 मार्च, 2022) को हुए ब्लास्ट मामले में पुलिस की छापेमारी में कई अहम क्लू मिले हैं। छापेमारी के दौरान घटनास्थल से तकरीबन 500 मीटर की दूरी पर बारूद से भरे प्रेशर कूकर मिलने से मामला और गंभीर हो गया है। पुलिस अब इस बिंदु पर भी जाँच कर रही है कि वहाँ पर प्रेशर कूकर बम तो नहीं बनाया जा रहा था, कहीं विस्फोट का कारण भी प्रेशर कूकर बम तो नहीं है। मामले में आतंकी कनेक्शन की भी जाँच की जा रही है।
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए नवीन आतिशबाज को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि नवीन भी इस विस्फोट में घायल है। पहले उसी के घर में विस्फोट होने की बात बताई जा रही थी, लेकिन फिर बाद पुलिस ने बताया कि विस्फोट की घटना मोहम्मद आजाद के घर में हुई, जिसे उसने लीलावती को किराए पर दिया था। ATS और SIT की टीम नवीन से मोहम्मद आजाद के बारे में पूछताछ कर रही है, लेकिन वह बार-बार अपना बयान बदल रहा है और सही जानकारी नहीं दे रहा है।
घटना में मोहम्मद आजाद की भूमिका संदिग्ध है और उसे इसका मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। धमाके के बाद से आजाद फरार हो गया है। उसे गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। उसकी प्रतिबंधित बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेशी के पश्चिम बंगाल विंग से भी जुड़ाव होने की बात बताई जा रही है। आजाद की लास्ट लोकेशन मुजफ्फरपुर बताई गई, लेकिन वहाँ पहुँची पुलिस भी देर रात खाली हाथ लौट आई। वो वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा है। उसका भाई- मोहम्मद शोल्जर और शहजाद SIT की हिरासत में है। उससे आजाद के बारे में पूछताछ की जा रही है।
इधर सुल्तानगंज में हुई छापेमारी के दौरान तीन लोगों को हिरासत में लिया गया। यहाँ से काफी मात्रा में बम और विस्फोट सामग्री बरामद किए गए। भागलपुर जिला प्रशासन अब अवैध पटाखा निर्माण को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है। भागलपुर एसएसपी बाबूराम इस मामले में जिले के सभी थानेदारों को ये जिम्मेदारी दी है कि जिला के अंदर अवैध पटाखा निर्माण को पूरी तरह से खत्म हो। इसके साथ ही अवैध बारूद सप्लाई करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही प्रशासन में धमाके में आस-पास के जर्जर हुए मकान को पूरी तरह से जमींदोज करने का फैसला किया, ताकि कोई अनहोनी न हो। हालाँकि रविवार (6 मार्च, 2022) को जब नगर निगम की टीम पुलिस के साथ इस कार्रवाई के लिए जुटी तो पीड़ित परिवारों ने जमकर विरोध किया। घर की महिलाओं ने आरोप लगाया कि इस धमाके से उनका परिवार पूरी तरह सड़क पर आ चुका है। मकान गिराने से पहले प्रशासन लिखित आश्वासन दे कि उन्हें नया घर बनाकर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि तातारपुर के काजीवलीचक में 3 मार्च रात को अचानक एक धमाका हुआ। यह धमाका मोहम्मद आजाद के घर में हुआ, जहाँ लीलावती नामक एक महिला अवैध तरीके से बारूद का कारोबार करती थी। बताया गया कि शब-ए-बारात के लिए घर में बम बनाया जा रहा था। इसी दौरान विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना भीषण था कि आस-पास के कई मकान भी जमींदोज हो गए। कुल 16 लोगों के शव अभी तक बरामद हो चुके हैं। कई शव मलवे के अंदर से बरामद हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार से बात की और अब इसकी जाँच एटीएस भी कर रही है। ‘हिन्दुस्तान’ की खबर के मुताबिक, जिले में जनवरी 2017 से अप्रैल 2021 तक विस्फोट की 119 घटनाएँ हो चुकी थीं।