Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजदिल्ली में ब्रिटेन के उच्चायुक्त के घर के बाहर बनेगा सार्वजनिक शौचालय, ब्रिटिश सरकार...

दिल्ली में ब्रिटेन के उच्चायुक्त के घर के बाहर बनेगा सार्वजनिक शौचालय, ब्रिटिश सरकार ने जताई आपत्तिः लंदन में खालिस्तानी उत्पात के बाद हटा दिए गए थे बैरिकेड्स

ब्रिटिश उच्चायोग और उच्चायुक्त के आवास के बाहर की सुरक्षा में कटौती के बाद सार्वजनिक शौचालय का निर्माण इंग्लैंड सरकारी की लापरवाही की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। कुछ दिन पहले ब्रिटेन की राजधानी लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी चरमपंथियों हमला कर तिरंगे का अपमान किया था।

दिल्ली में स्थानीय अधिकारियों ने सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करने के लिए ब्रिटिश उच्चायुक्त के निवास के पास का स्थान चुना है। आम लोगों की आवश्यकता को देखते हुए अधिकारी इसे जरूरी मानते हैं। वहीं, यूके की सरकार ने इस निर्माण पर आपत्ति जताते हुए सुरक्षा का हवाला दिया है।

इकोनोमिक टाइम्स ने 24 मार्च 2023 की अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि लुटियंस दिल्ली के मीना बाग में राजाजी मार्ग पर स्थित ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस के आवास के बगल में एक सार्वजनिक शौचालय की आवश्यकता महसूस की गई। यह खबर दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग और उच्चायुक्त के आवास की सुरक्षा में कटौती के बाद आई है।

ब्रिटिश उच्चायोग और उच्चायुक्त के आवास के बाहर की सुरक्षा में कटौती के बाद सार्वजनिक शौचालय का निर्माण इंग्लैंड सरकारी की लापरवाही की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। कुछ दिन पहले ब्रिटेन की राजधानी लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी चरमपंथियों हमला कर तिरंगे का अपमान किया था।

इससे पहले 22 मार्च 2023 को रिपोर्ट आई थी कि भारतीय अधिकारियों ने ब्रिटिश उच्चायोग और ब्रिटिश उच्चायुक्त के निवास के सामने लगाए गए बैरिकेड्स को हटा दिया। इसके साथ ही उनकी बाहरी सुरक्षा में कटौती कर दी।

ब्रिटिश उच्चायोग दिल्ली के चाणक्यपुरी में राजनयिक एन्क्लेव में शांतिपथ पर स्थित है। उसके गेट के सामने से बैरिकेड्स और बंकरों को हटाने के साथ-साथ वहाँ तैनात पीसीआर वैन और दिल्ली पुलिस की टीम को भी हटा दिया गया है।

ऊपर के वीडियो में साफ दिख रहा है कि रोड डायवर्टर, स्पीड ब्रेकर, सैंडबैग के बंकर, पीसीआर वैन और परिसर के बाहर तैनात स्थानीय पुलिस जैसे विशेष सुरक्षा उपायों नहीं दिख रहे हैं। कहा गया कि इसके पीछे भारत सरकार ने तर्क दिया है कि भारत में ब्रिटिश उच्चायोग पहले से ही सुरक्षित क्षेत्र में है। इसलिए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की कोई आवश्यकता नहीं है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -