Sunday, November 17, 2024
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‘हाँ, पी थी शराब… लेकिन अब कुछ याद नहीं’: पुणे पोर्श कार केस के नाबालिग आरोपित ने 1 घंटे की पूछताछ में कबूली नशे में होने की बात, बाकी सवालों पर चुप रहा

एक घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के दौरान (सुबह 11:30 से दोपहर 12:30 बजे तक) चली पूछताछ के दौरान, लड़के ने पुणे पुलिस को बताया था कि दुर्घटना के समय वह नशे में था, इसलिए उसे कुछ भी याद नहीं है।

पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट मामले में आरोपित लड़के ने पुलिस के आगे स्वीकार कर लिया है कि उसने शराब पीकर ड्राइविंग की थी। सूत्रों से मीडिया में आई इस जानकारी में कहा गया है कि लड़के ने पुलिस को अपने शराब पीने की बात के साथ ये भी कहा है कि उसे नहीं याद उस दिन क्या हुआ था।

रिपोर्ट के अनुसार, एक घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के दौरान (सुबह 11:30 से दोपहर 12:30 बजे तक) चली पूछताछ के दौरान, लड़के ने पुणे पुलिस को बताया था कि दुर्घटना के समय वह नशे में था, इसलिए उसे कुछ भी याद नहीं है।

बताया जा रहा है कि लड़के से पूछताछ उसकी माँ की मौजूदगी में की गई थी। माँ को भी पुलिस ने 1 जून को गिरफ्तार किया था। आरोप था कि एक्सीडेंट के ठीक बाद अस्पातल में लड़के के ब्लड सैंपल माँ के सैंपल से ही बदले गए थे।

इस केस में पुलिस का कहना है कि उन्होंने लड़के से बार-बार पूछताछ की लेकिन वो बार-बार यही कहता रहा कि उसे कुछ याद नहीं है। अधिकारियों ने उससे पोर्श कार की ड्राइविंग, सबूतों से छेड़छाड़, मेडिकल टेस्ट आदि को लेकर सवाल किए लेकिन वो कहता रहा उसे कुछ याद नहीं हैं।

प्रारंभित जाँच में पता चला कि नाबालिग और उसके दोस्तों ने पबों में शराब पी थीं। इसके बाद उन्होंने 48000 का बिल चुकाया था।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारी हो गई हैं। लड़का जहाँ हिरासत में है। वहीं उसके माता-पिता सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार हैं और साथ ही उसके दादा को भी अरेस्ट किया गया है क्योंकि उन्होंने ड्राइवर को बंधक बनाकर उसे धमकाया था कि वो अपने ऊपर सारा इल्जाम लेले। वहीं लड़के की माँ शिवानी अग्रवाल ने बताया है कि उनसे खून का सैंपल बदलने का आइडिया उन्हें सैसन अस्पताल के डॉक्टर ने ही दिया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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