पुणे में एक बिल्डर के बेटे ने पोर्शे कार से कुचल कर एक पुरुष और एक महिला इंजीनियर को मार डाला। शराब पार्टी के बाद तेज़ रफ़्तार गाड़ी चलाते हुए उसने इस घटना को अंजाम दिया। 15 घंटे के भीतर नाबालिग को जमानत मिल गई। स्थानीय NCP (अजीत पवार गुट) के विधायक सुनील टिंगरे भी थाने में उसके लिए मौजूद रहे। थाने में उसे पिज्जा खिलाया गया, सुलाया गया। 2 मर्सिडीज से 3 वकील उसके लिए पहुँचे। हालाँकि, सोशल मीडिया में कड़े विरोध के बाद उसके पिता को गिरफ्तार किया गया।
अब किशोर न्याय बोर्ड (JJB) ने बुधवार (22 मई, 2024) को 17 वर्षीय आरोपित को 5 जून तक के लिए ऑब्जर्वेशन होम में भेज दिया है। जहाँ पुलिस के रिव्यू पेटिशन को लेकर सुनवाई हुई, उसी परिसर में स्थित ऑब्जर्वेशन होम में 30 से अधिक बच्चे रखे गए हैं। उधर सेशन कोर्ट ने उसके रियल एस्टेट कारोबारी पिता को भी कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस ने JJB द्वारा आरोपित की जमानत ख़ारिज किए जाने का दावा किया, लेकिन आरोपित के वकील ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है बल्कि सिर्फ पुराने आदेश में कुक बदले किया गया है।
इससे पहले उसे सड़क दुर्घटना पर 300 शब्दों का लेख लिखने की शर्त पर जमानत दे दी गई थी। अब उसे यरवदा जेल स्थित नेहरू उद्योग केंद्र ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया है। इस दौरान उसका मानसिक परीक्षण भी किया जाएगा। अर्पित और उसके पिता के अलावा उन पब संचालकों को भी गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने किशोरों को दारू परोसी। जब लड़का पोर्शे लेकर निकला था तब उसका ड्राइवर घर पर ही था और उसने गाड़ी ड्राइव करनी चाहि थी, लेकिन उसे मना कर दिया गया था।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि पुलिस ने सही तरीके से स्थिति को हैंडल किया। ‘वंचित बहुजन अघाड़ी’ के नेता प्रकाश आंबेडकर का कहना है कि दुर्घटना के बाद आरोपित पर कार्रवाई की बजाए पुलिस मृत युवक और युवती के रिलेशनशिप को लेकर सवाल-जवाब कर रही थी। मृतक अनीस अवधिया और अश्विनी कोस्टा 24 साल के थे। पुलिस का कहना है कि गाड़ी चलाते समय उसने शराब पी रखी थी, हालाँकि मेडिकल परीक्षण में रिपोर्ट नेगेटिव आई।
इस मामले में आरोपित के दादा से भी पूछताछ हुई है, वहीं पिता को ट्रांसपोर्ट विभाग ने नोटिस भेजा है। दादा सुरेंद्र कुमार अग्रवाल का नाम एक शूटआउट में भी आया था, जिसकी FIR बंड गार्डन थाने में दर्ज की गई थी। बाद में मामला CBI के पास चला गया था। CBI के अनुसार, सुरेंद्र अग्रवाल ने शिवसेना कॉर्पोरेटर अजय भोंसले की हत्या के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से संपर्क किया था। उधर नंबर प्लेट और प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन न होने के कारण नाबालिग के पिता को RTO ने नोटिस भेजा है।
How the media glare on Pune Porsche incident forced UP police to open fresh investigation in a similar case involving a 15-year-old repeat offender.
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) May 23, 2024
In UP's Kanpur, a 15-yo driving a car rammed into a shop killing two minors on 26 October 2023. The juvenile offender was… pic.twitter.com/162PjoqtSh
उधर इस घटना का असर अन्य मामलों में भी देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में अक्टूबर 2023 में एक नाबालिग ने कार चलाते हुए 2 बच्चों को कुचल दिया था। अब जाकर उसे गिरफ्तार किया गया है। अब 15 वर्षीय आरोपित को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। उसके पिता कानपुर के नामी डॉक्टरों में से एक हैं। नाबालिग अपने 3 दोस्तों के साथ गाड़ी चला रहा था और उसने मैगी की एक दुकान में कार घुसा दी थी। अब 7 महीने बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।