पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री के बाद हरियाणा के भी विधायकों को वसूली और हत्या की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में शिकायत के बाद एसटीएफ ने एक्शन लेते हुए मामले में 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही एसटीएफ ने विधायकों को धमकियाँ दिए जाने के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात बताई है।
अपनी कार्रवाई के दौरान जाँच एजेंसी देश के कई हिस्सों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि गोल्डी बराड़ गैंग के गैंगस्टरों द्वारा व्हाट्सएप कॉल के जरिए विधायकों से पैसे की माँग की और नहीं देने पर हत्या की धमकियाँ दी गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक हरियाणा के 4 विधायकों और एक विधायक के बेटे को 24 से 28 जून के दौरान फोन पर फिरौती के लिए धमकियाँ दी गई थीं। इसी तरह की धमकियाँ के पंजाब के दो विधायकों को भी दी गई हैं। पीड़ित विधायकों से एक लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक की फिरौती माँगी गई थी।
पाकिस्तान से जुड़ रहे तार
इस घटना को लेकर हरियाणा एसटीएफ के एसपी सुमित कुमार ने पाकिस्तानी कनेक्शन की जानकारी दी है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठै शातिर अपराधी वर्चुअल प्राइवेट नंबर (VPN) के जरिए दुबई के नंबरों का इस्तेमाल कर लगातार विधायकों को धमका रहे हैं। इन जालसाजों के कनेक्शन का पर्दाफास करते हुए 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
मामले में मुंबई से दुलेश आलम और बदरे आलम को गिरफ्तार किया गया है और वहीं 4 अन्य आरोपित अमित यादव, सनोज, सादिक और कैश आलम को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल इन सभी को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। खास बात ये है कि हाल के दिनों में चर्चा में आए कुख्यात गैंगस्टरों लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना जैसों के नाम का सहारा लेकर ये धमकियाँ दी जा रही हैं। बताया जाता है कि फिरौती के पैसों में से अपना हिस्सा निकालने के बाद ये सभी अमित यादव और दुलेश आलम के बताए खातों में बाकी रकम को भेज दिया जाता था।
इनके पास से एजेंसी को 34 मोबाइल, 57 सिम, 24 फर्जी अकाउंट्स की पासबुक, 73 एटीएम और 50 से भी अधिक ऐसे अकाउंट्स का पता चला है, जिन्हें फ्रॉड के बाद बंद कर दिया गया था। इस बीच 6 आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस टीम को बधाई दी है।