पंजाब के युवकों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसाने वाले सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) के घर के बाद अब उसके गाँव में भी तिरंगा फहराया गया है। आज स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव पर उसके ही गाँव के स्थानीय निवासियों ने भारत के समर्थन में जम कर नारेबाजी भी की है। पन्नू का गाँव खानकोट अमृतसर जिले में अमृतसर-जालंधर रोड पर पड़ता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्नू के गाँव खानपुर में युवाओं का पूरा समूह तिरंगा ले कर निकला। उसमें शामिल युवाओं ने पन्नू पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग विदेश में बैठ कर अपने खुद के फायदों के लिए हमारी सिख कौम को बदनाम कर रहे हैं। सिखों ने विदेशी हमलावरों से हमेशा लोहा लिया है और देश को आज़ाद करवाने में बड़ी भूमिका निभाई है। फिर भी कुछ लोग बाहर से पंजाब के युवकों को उकसा रहे हैं। हम देश की अखंडता और सम्प्रभुता को बनाए रखेंगे।”
गौरतलब है कि 2 दिन पहले पन्नू के चंडीगढ़ स्थित आवास पर तिरंगा फहरा दिया गया था। यह झंडा कॉन्ग्रेस के एक नेता ने फहराया था। अभी कुछ दिन पहले पन्नू ने एक वीडियो जारी कर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) को धमकाया था। इसके साथ ही उसने खालिस्तानी झंडा फहराने वालों को इनाम की घोषणा भी की थी। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस से पहले एक वीडियो जारी कर पन्नू ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को धमकी दी थी कि वह उन्हें 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देगा।
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू
पन्नू का पुश्तैनी घर अमृतसर के खानकोट गाँव में है। इसी गाँव में पन्नू का जन्म हुआ था। बाद में वह विदेश चला गया। पन्नू के पिता महिंदर सिंह विभाजन के समय पाकिस्तान से खानकोट आए थे। महिंदर सिंह मार्कफैड में नौकरी करते थे। पन्नू अपने भाई मंगवंत सिंह के साथ विदेश जाकर बस गया। बाद में वह अमेरिका पहुँचा और वहाँ उसने उसने सिख फॉर जस्टिस नाम से अमेरिका में अलगाववादी खालिस्तानी संगठन बनाया है। इसके जरिए वह देश भर के युवाओं को खालिस्तान के लिए बरगलाने का काम करने लगा।
पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के सहयोग से पन्नू खालिस्तानी अलगाववाद को फिर से जिंदा करने की कोशिश करने में लगा हुआ है। उसकी देश विरोधी गतिविधियों को देखते हुए साल 2019 में भारत सरकार ने संगठन को बैन कर दिया। पन्नू भी भारत में वांछित आतंकी है। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता की मौत बहुत पहले हो गई थी। भारत में रहने वाली अपनी माँ को उसने बताया था कि वह कनाडा में बहुत बड़ा वकील है। कुछ वर्ष पहले उसकी माँ की भी मौत हो गई। अब भारत में उसके परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता।